सर्दी-खांसी की दवाईयों का अति सेवन बढा रहा बुखार
अमरावती/दि.24 – सर्दी-खांसी व बुखार आने पर अधिकांश लोगबाग पॅरासिटामल की गोली लेते है. किंतु बार-बार यह गोली खाने से किडनी व लिवर पर दुष्परिणाम होता है और पाचन क्रिया पर विपरित परिणाम पडने के साथ ही शारीरिक कमजोरी भी आती है. जिससे कई बार मौत भी हो सकती है. ऐसे में अपने मन से मेडिकल स्टोर पर जाकर दवाई खरीदने की बजाय डॉक्टर की सलाह के अनुसार इलाज करवाना और दवाई लेना ज्यादा बेहतर रहता है.
मार्गदर्शक तत्वों का पालन करे
सर्दी-खांसी व बुखार आने पर मरीजों ने तुरंत डॉक्टर से मिलकर अपनी जांच करानी चाहिए तथा घरेलू इलाज करते हुए बुखार को सहन नहीं करना चाहिए. दवाई लेते समय भी तय मात्रा में डोज लेना चाहिए, क्योेंकि डोज से अधिक मात्रा में दवाई लेने का दुष्परिणाम भी हो सकता है.
पॅरासिटामल का डोज कितना हो?
सर्दी-खांसी व बुखार पर पॅरासिटामल की गोली बेहद कारगर व प्रभावशाली है. जिससे कुछ प्रमाण में आराम भी मिलता है. लेकिन इसे दिन में केवल दो बार लेना ही ठीक रहता है और यदि इससे आराम नहीं पडता, तो इस दवाई को बार-बार नहीं लेना चाहिए.
छोटे बच्चों की देखभाल आवश्यक
बीमारी के दौरान छोटे बच्चों को घर में रखी दवाईयां नहीं देनी चाहिए, क्योंकि डोज कम अधिक होने पर उन्हें निमोनिया सहित कुछ गंभीर बीमारियां भी हो सकती है. इससे कई बार छोटे बच्चों की मौत भी हो सकती है. ऐसी चेतावनी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले द्वारा दी गई है.
आंतों पर पड सकता है दुष्परिणाम
अपने खुद के आकलन के आधार पर मेडिकल से खरीदी गई दवाईयों का लगातार सेवन करने की वजह से आंतों पर विपरित परिणाम हो सकता है तथा हिपेटाईटिस, जॉईंडिस व गैस्ट्राईटिस जैसी बीमारियों व समस्याओं का सामना करना पड सकता है. साथ ही भूख कम लगने व उल्टी होने जैसी समस्याएं भी सामने आ सकती है.
छोटे बच्चों को अपने मन से कभी कोई दवाई न दें
दवाई का प्रमाण कम अधिक होेने पर उलटी व निमोनिया की समस्याएं सामने आ सकती है. ऐसे में समय रहते डॉक्टर की सलाह ली जानी चाहिए.
– डॉ. सतीश हुमने
फिजीशियन, जिला सामान्य अस्पताल