प्रचार के समय नेताओं सहित हेलिकॉप्टरों के भी ‘मैदानी’ किस्से
अचलपुर/दि.19– हर बार चुनाव के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा अपने-अपने उम्मीदवारों के प्रचार हेतु सभाएं ली जाती है. जिसके तहत राष्ट्रीय एवं राज्यस्तर के वरिष्ठ नेता हेलिकॉप्टरों से आना-जाना करते है. इसमें भी अच्छी खासी प्रतिस्पर्धा दिखाई देती है. जिसके चलते नेताओं के साथ-साथ उनके हेलिकॉप्टरों के भी मैदानी किस्से जमकर चर्चा में रहते है.
अचलपुर नगरपालिका क्षेत्र अंतर्गत नेताओं की प्रचार सभा का उल्लेख होते ही आंखों के सामने परेड ग्राउंड, नेहरु मैदान, चौधरी मैदान तथा हैलिपैड आंखों के सामने घूम जाते है. सन 1978 में परतवाडा के परेड ग्राउंड पर इंदिरा गांधी की तथा नेहरु मैदान में अभिनेता नीलू फुले की सभा आयोजित थी. इंदिराजी की सभा के चलते परेड ग्राउंड खचाखच भरा हुआ था. लेकिन इंदिरा गांधी की सभा में काफी विलंब हो रहा है, इसके चलते परेड ग्राउंड पर मौजूद भीड धीरे-धीरे नेहरु मैदान की ओर चली गई और नेहरु मैदान पूरी तरह से भर गया. तभी अचानक यह खबर आयी कि, इंदिरा गांधी का आगमन हो चुका है और देखते ही देखते नेहरु मैदान पूरी तरह से खाली हो गया. क्योंकि पूरी भीड नेहरु मैदान से उठकर परेड ग्राउंड की ओर वापिस चली गई.
सन 1989 के चुनाव में अचलपुर के चौधरी मैदान पर तत्कालीन सांसद व कांग्रेस प्रत्याशी उषा चौधरी की प्रचार सभा में कोई श्रोता ही उपस्थित नहीं था. इस दौरान फूटी हुई चुडियों और चर्चित नाराजी नाट्य का साक्षीदार चौधरी मैदान बना. इसी तरह अचलपुर कुटील अस्पताल के पीछे स्थित हैलिपैड पर जब भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे का हेलिकॉप्टर उतरा था, तो परिसर में रखी फायबर की कुर्सियां हवा में उड गई थी. साथ ही वर्ष 2004 में मुंडे के हेलिकॉप्टर को मेलघाट का रास्ता ही दिखाई नहीं दिया. जिसके चलते मुंडे का हेलिकॉप्टर धारणी में नहीं उतर पाया. वहीं धारणी निकलने से पहले मुंडे का हेलिकॉप्टर करजगांव पहुंच गया था. परंतु विनायकराव कोरडे ने मुंडे की सभा आयोजित करने से इंकार कर दिया. इसके चलते मुंडे के लिए करजगांव उतरना संभव नहीं हो पाया.
इसी तरह वर्ष 2009 में नितिन गडकरी का हेलिकॉप्टर परतवाडा में उतरा था और उनके इस दौरे की वजह से विलासराव देशमुख को हैलिपैड नहीं मिल पाया था. इसके चलते आखिर में विलासराव देशमुख का हेलिकॉप्टर बाजार समिति के प्रांगण में उतारना पडा था.