मृतकों व घायलों में अकोट के सब्जी विक्रेताओं का समावेश
धारणी- /दि.4 अकोट से मेलघाट की धारणी तहसील के आदिवासी गांवों में साग-सब्जी की बिक्री करने हेतु आये अकोट निवासी सब्जी विक्रेताओें का चार पहिया वाहन राणीगांव के पास सडक हादसे का शिकार हो गया. पहाडी रास्ते से तेज रफ्तार के साथ गुजरनेवाला वाहन पहले सडक किनारे स्थित पेड से टकराया और फिर 150 फीट गहरी खाई में पलट गया. इस हादसे के चलते वाहन में सवार 4 लोगों की मौत हो गई. वहीं आठ लोग बुरी तरह से घायल हुए.
जानकारी के मुताबिक धारणी तहसील के सुसर्दा गांव में बुधवार को साप्ताहिक बाजार था. जिसके लिए हमेशा की तरह अकोट-हिवरखेड क्षेत्र के सब्जी विक्रेता साग-सब्जियां लेकर मेटॅडोर वाहन के जरिये सुसर्दा गांव आये थे और बाजार निपट जाने के बाद शाम को इसी वाहन में सवार होकर वापिस जा रहे थे. लेकिन राणीगांव के पास स्थित जंगल से होकर गुजरनेवाले पहाडी रास्ते पर एमएच-30/एबी 1538 क्रमांक का पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर सडक किनारे स्थित पेड से जा टकराया. जिसके बाद 150 फीट गहरी खाई में जा गिरा. इस हादसे में वाहन चालक केशव शिवाजी बनसोड (60, अडगांव) तथा सैय्यद समशेर उर्फ शेरूभाई (45, अकोट) की मौके पर ही मौत हो गई. वाहन में सवार अन्य 10 लोग बुरी तरह से घायल हुए. इस हादसे की सूचना मिलते ही धारणी पुलिस सहित क्षेत्र के समाजसेवी नागरिकों द्वारा तुरंत हरकत में आते हुए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया. एवं सभी घायलों को धारणी के उपजिला अस्पताल में इलाज हेतु भरती कराया गया. लेकिन इस समय तक और 2 लोगोें की मौत हो चुकी थी. जिनके नाम फिलहाल पता नहीं चल पाये है. वहीं इस समय धारणी के सरकारी अस्पताल में शरीफ खान सरदार खान रेडिमेडवाले (38), जरीफ खान शब्बीर खान चाबीवाले (32), प्रफुल हेरोडे (50), समीर बेग अकबर बेग (35), श्रीकृष्ण शामराव कोथटकर (47), सैय्यद जाफर (40, सभी अकोट व हिवरखेड परिसर निवासी) का इलाज जारी है.
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* फॉरेस्ट का नाका बंद होने के भय से बढाई थी रफ्तार
बता दें कि, मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत धुलघाट रेल्वे स्थित वनविभाग के नाके को शाम 6 बजे बंद कर दिया जाता है. जिसके बाद यहां से किसी भी वाहन को गुजरने नहीं दिया जाता. ऐसे में सुसर्दा गांव में पूरा दिन अपना व्यापार- व्यवसाय करने के बाद घर वापिस जाने हेतु निकले व्यापारियों को लेकर रवाना हुए वाहन के चालक ने अपनी रफ्तार काफी तेज रखी थी, ताकि वह शाम 6 बजे से पहले धुलघाट रेल्वे के फॉरेस्ट नाके को पार कर ले. लेकिन यही तेज रफ्तार इन सभी लोगों पर काफी भारी पडी, क्योंकि राणीगांव के पास पहाडी रास्ते पर वाहन चालक अपने वाहन पर अपना पूरा नियंत्रण नहीं रख पाया और यह वाहन पूरी रफ्तार के साथ लहराते हुए 150 फीट गहरी खाई में जा गिरा. जिसके चलते 4 सब्जी विक्रेता व्यापारियों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं 8 अन्य लोग बुरी तरह से घायल हो गये.