भविष्य बताने वालों के साथ भयंकर हादसा
वरुड में तीन बाइक सवारों की दर्दनाक मृत्यु
* अज्ञात वाहन ने सुबह सबेरे मारी टक्कर
वरुड/दि.11 – हाथों की लकीरें देखकर भविष्य बताने वाले तीन लोगों पर आज सबेरे यहां पांढूर्णा रोड के पंढरी गांव के पास काल ने झपट्टा मार दिया. उनकी मोटर साइकिल को अज्ञात वाहन की भीषण टक्कर से तीनों की मौके पर ही दर्दनाक मृत्यु हो गई. उनकी पहचान मनोहर लांडापले (45), किसन लांडापले (40) और राजेश शिंदे (45) के रुप में हुई है. तीनों अमडापुर के रहने वाले बताये गये है. गांव में इस भयंकर दुर्घटना की खबर मिलते ही शोक व्याप्त हो गया.
* भविष्य कथन का पेशा
जानकारी के अनुसार अमडापुर में नाथजोगी समाज की बडी बस्ती है. उन्हें भराडी समाज के रुप में भी जाना जाता है. हाथों की लकीरें देखकर वे दूसरे का भविष्य कथन करते है. यहीं पुरुषों का पेशा है. इससे मिलने वाले पैसे से ही चरितार्थ चलाते है. रोज सबेरे अपना साधू का वेश परिधान कर वे व्यवसाय के लिए घर से बाहर जाने का नित्य नियम है.
* बाइक चकनाचूर, ऑन स्पॉट गई जान
मनोहर, किसन और राजेश भी रोज के समान आज सबेरे अमडापुर से बाइक से निकले. उन्हें मध्य प्रदेश के पांढुर्णा की तरफ जाना था. पंढरी गांव के पास उनके दुपहिए को अज्ञात वाहन ने जबर्दस्त टक्कर मार दी. जिसमें दुपहिया चकनाचूर हो गई. तीनों की भी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. सोशल मीडिया के कारण हादसें के तुरंत बाद यह खबर जंगल की आग की तरह फैली. घर वालों को पता चलते ही वे मौकाएं वारदात की तरफ दौड पडे.
* शेघाट पुलिस मौके पर
पुलिस को भी सूचना मिलते ही शेंदूरजनाघाट पुलिस का दल घटनास्थल पहुंचा. वहां का नजारा बडा भीषण था. तीनों ही मनोहर, किसन और राजेश के शव दूर तक जा गिरे थे. एक शव का सिर भी बुरी तरह कुचल गया था. रोंगटे खडे कर देने वाले दृष्य को देख सभी की चीख निकल गई. पुलिस ने पंचनामा कर मृतदेह वरुड ग्रामीण अस्पताल भेजे. बाइक को ठोस मारने वाले अज्ञात वाहन की तलाश शुरु कर दी गई है. उधर अमडापुर में हादसे के कारण सर्वत्र दु:ख और सन्नाटा पसरा है.