* विष्णु-महालक्ष्मी यज्ञ की आहुति
अमरावती/दि.12- जगन्नाथ रथयात्रा अंतर्गत जनकपुर में मौसी के घर विराजमान भगवान को गुरुवार शाम छप्पन भोग अर्पित किए गए. यह जानकारी समिति अध्यक्ष प्रा. महेंद्र छांगाणी दी. उन्होंने बताया कि, विष्णु-महालक्ष्मी अनुष्ठान भी बराबर और श्रद्धापूर्वक चल रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि, मुख्य आयोजक श्री जगदीश्वर संस्थान, मुख्य संयोजक पुष्करणा फाउंडेशन, पुष्करणा महिला फाउंडेशन, पुष्करणा सत्संग मंडल तथा सहसंयोजक श्री जगदीश्वर रथयात्रा समिति के अथक प्रयास से स्थानीय मालवीय चौक स्थित आचार्य निवास यानी जनकपुरी में भगवान जगन्नाथ दस दिन के लिए विराजे हैं. दस दिवसीय धर्म अनुष्ठान के लिए राजस्थान से विशेष आचार्य को आमंत्रित किया गया है.
* अग्रवाल सखी मंच द्वारा भजन
गुरूवार को पूरे विधि विधान और अनुष्ठान के साथ दिन की शुरूआत हुई. भजन-कीर्तन के साथ भगवान जगन्नाथ को छप्पन भोग के दर्शन कराए गए. इसके अलावा शाम 4 बजे से अग्रवाल सभी मंच की ओर से भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ. रात 9 बजे श्री रामचरितमानस परिषद मंडल की ओर से भजन का आयोजन किया गया.
इन दस दिनों तक श्री विष्णु-महालक्ष्मी महायज्ञ का आयोजन जारी रहेगा.राजस्थान के बीकानेर से पंडित अशोक छांगाणी, पंडित पवन छांगाणी, पंडित राजेश ओझा, पंडित द्बारका ओझा, पंडित गोविंद जोशी, पंडित गिरीराज ओझा, पंडित जयकुमार पुरोहित क आचार्यतत्व में धार्मिक महायज्ञ के साथ- साथ विविध धार्मिक उपक्रम जारी है. गुरूवार की सुबह 8 बजे मुख्य यजमान हेमंत आचार्य तथा पद्मा आचार्य की उपस्थिति में सभी गुरूवर्यो ने श्री विष्णु महालक्ष्मी यज्ञ के अंतर्गत जगदीश जगन्नाथ मंदिर में चल रहे विष्णु महालक्ष्मी यज्ञ में गणपत आदि अविवाहित देवताओं को षोडशोपचार पूजन कर लाया गया तथा प्रधान देवता (विष्णु-लक्ष्मी) का नारायण त्रिश्ंते प्रचार से पूजन किया गया एवं पुष्पार्चन किया गया. जिसमें भक्तों ने बढचढकर का भाग लिया तथा इस महोत्सव में आनंद के भागीदारी बने. रात 9 बजे श्री रामचरितमानस परिषद मंडल द्बारा भजन का आयोजन किया गया. इस अवसर पर शहर के गणमान्यों के अलावा सैकडों की संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया था.