अमरावती

हिम्मत है तो मानहानि का दाखिल करें केस

निवेदिता चौधरी की खुली चुनौती

अमरावती/दि.25 – रेमडेसिवीर की कालाबाजारी घोटाले मामले से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश में डॉ.श्यामसुंदर निकम ने कर्मचारियों को सामने लाया है. यदि मेरे आरोप झूठे है तो हिम्मत होगो तो उन्होंने मेरे खिलाफ मानहानि का केस दाखिल करनी चाहिए, यह खुली चुनौती ग्रामीण भाजपा जिलाध्यक्ष निवेेदिता चौधरी ने दी है.
निवेदिता चौधरी ने कहा कि अपना पक्ष रखने के लिए स्वयंम आगे आकर पत्रकार परिषद लेने की बजाए डॉ. निकम ने अस्थायी कर्मचारियों के हाथों में मेरे विरोध के पोस्टर दिए. डॉ.निकम भ्रष्टाचार में लिप्त है और वे कर्मचारियों पर दबाव लाकर मेरे खिलाफ प्रेस नोट तैयार किये. रेमडेसिविर चोरी कैेसे गए? निकम का बेटा एक ही समय पढाई व दो जगह पर नौकरी कैसे कर सकता है. सुपर स्पेशालिटी के कार्यालय अधिक्षक भगवान राणे ने स्वयं 1 करोड रुपयों की अफरातफरी होने की शिकायत दर्ज कराई. सुपर अस्पताल में कोरोना से मरने वाले मरीजों के शरीर के सोने, पैसे व मोबाइल चोरी जा रहे है. घोटाला कर्मचारियों व विविध संगठनाओं को सामने लाकर छिपकर रहना यह निकम की पुरानी आदत है. सभी सबूत प्रशासन के पास उपलब्ध है. स्वयं सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में कार्यरत अधिकारी ही सबूतों के साथ शिकायत दे रहे है. भाजपा व भाजपा कार्यकताओं ने कोरोना के दौर में प्रशासन, डॉक्टरों व मरीजों को सहयोग करते आ रही है. कोेरोना योध्दा के रुप में अनेक डॉक्टरों का सत्कार भी किया गया है. एक-दो पर आरोप करने पर सभी ने आरोपों को अपने मन पर नहीं लेना चाहिए. जांच मेें यह पता लगेगा कि घोटाला किसने किया है. डॉ.निकम सहित जिन-जिन को मुझपर मानहानि का दावा करना है, उन्होंने दावा दाखिल करना चाहिए. न्यायालय में मैं यह साबित कर दूंगी की रेमडेसिविर कालाबाजारी में हुई है.

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