बेटे की मृत्यु के लिए जिम्मेदार दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर करें हत्या का मामला दर्ज
मामला चांदूर रेल्वे पुलिस की हिरासत में रहे आरोपी की मृत्यु का
* मृतक की मां ने एसपी कार्यालय के सामने शुरु की भूख हडताल
अमरावती/दि.18– जिले के चांदूर नगर शहर के मिलिंद नगर में रहने वाले नीतेश अशोक मेश्राम की 13 जून को पुलिस हिरासत के दौरान हुई मृत्यु के मामले में दोषी पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों पर हत्या और एट्रॉसिटी का मामला दर्ज करने की मांग को लेकर मृतक की मां वंदना अशोक मेश्राम (49) ने आज से जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने भूख हडताल शुरु की है.
भूख हडताल पर बैठी वंदना मेश्राम ने जिला पुलिस अधीक्षक को सौंपे ज्ञापन में आरोप किया है. उसके बेटे नितेश मेश्राम को 10 जून को चांदूर रेल्वे पुलिस स्टेशन के जवान मध्यरात्रि को किसी मामले को लेकर घर से उठाकर ले गये. घर से ले जाते समय पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों ने परिवार के सभी सदस्यों को काफी धमकाया. बेटे को पुलिस स्टेशन ले जाने पर वंदना मेश्राम और परिवार के अन्य सदस्य वहां पहुंचे तक नितेश के हाथ पैर रस्सी से बांधे हुए थे और उसे लाथोंघुसों से बेदम पीटा जा रहा था. पुलिस ने हमें बाहर खदेड दिया. बार-बार मिन्नते करने के बावजूद बेटे को वे पिटते रहे. नितेश ने तब कहा कि, पुलिस ने उसके बाये कंधे को लाथे मारकर तोड दिया है. उसका पैर भी लाठियों से पिटकर फ्रैक्चर कर दिया है. दूसरे दिन जब हम पुलिस स्टेशन गये, तो बताया गया कि, नितेश को अमरावती इर्विन में भर्ती किया गया है. अमरावती अस्पताल पहुंचने पर भी पुलिस ने नितेश से मिलने नहीं दिया. पश्चात 13 जून को बताया गया कि, नितेश मेश्राम की मृत्यु हो गई है. इस कारण पुलिस ने ही नितेश की बेदम पिटाई कर हत्या की है. 14 जून को अकोला के वैद्यकीय महाविद्यालय में नितेश का पोस्टमार्टम किया गया है. उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट संबंधित जांच अधिकारी को प्राप्त हो गई है. उसमें शरीर पर मारपीट के जख्म रहने से उसकी मृत्यु होने की रिपोर्ट डॉक्टरों द्वारा लिये जाने के बावजूद दोषी अधिकारी व कर्मचारियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. दोषियों पर कडी कार्रवाई करने की मांग को लेकर वंदना मेश्राम ने गुरुवार 18 जुलाई से भूख हडताल शुरु की है. अब देखना है, उसे न्याय कब मिलता है.