अमरावती/दि.10 – सिलाई मशीन प्रशिक्षण व गारमेंट्स व्यवसाय शुरु करने हेतु एनओसी देने के लिए एक महिला आवेदक से 20 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकारने वाली भातकुली नगर पंचायत की मुख्याधिकारी करिश्मा सतीश वैद्य को राज्य सरकार के नगर विकास विभाग ने निलंबित कर दिया है. इस बारे में 2 दिन पहले ही नगर विकास मंत्रालय द्बारा आदेश जारी किया गया.
बता दें कि, भातकुली की सीओ करिश्मा वैद्य ने भातकुली में सिलाई मशीन प्रशिक्षण व गारमेंट्स व्यवसाय शुरु करने की इच्छूक आवेदक महिला से नाहरकत प्रमाणपत्र देने के लिए 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी. जिसके बाद उक्त महिला ने इसकी जानकारी भ्रष्ट्राचार प्रतिबंधक विभाग को दी. पश्चात एसीबी के दल ने अमरावती के न्यू महालक्ष्मी नगर स्थित सीओ करिश्मा वैद्य के निवासस्थान पर जाल बिछाया और करिश्मा वैद्य को शिकायतकर्ता महिला से 20 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकार करते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया. पश्चात करिश्मा वैद्य के खिलाफ खोलापुरी गेट पुलिस थाने में अपराध भी दर्ज किया गया.
इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार के नगर विकास विभाग के उपसचिव अनिरुद्ध गवलीकर ने विगत 7 दिसंबर को जारी आदेश में भातकुली की मुख्याधिकारी करिश्मा वैद्य के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है. साथ ही इस आदेश में यह भी कहा गया है कि, राज्य सरकार की पूर्व अनुमति के बिना करिश्मा वैद्य अपना मुख्यालय नहीं छोड पाएंगी. साथ ही कोई निजी नौकरी या व्यवसाय भी नहीं कर पाएंगी.
* भातकुली की मुख्याधिकारी करिश्मा वैद्य के निलंबन आदेश का पद गुरुवार 8 दिसंबर को नगर विकास मंत्रालय से प्राप्त हुआ है. निलंबन की यह कार्रवाई रिश्वत स्वीकार करने को लेकर की गई है.
– गीता वंजारी,
नगर पंचायत विभाग,
जिलाधिकारी कार्यालय, अम.
* आखिर सत्य की विजय हुई
भातकुली की सीओ करिश्मा वैद्य अपने कामकाज की वजह से काफी विवादास्पद रही. उन्होंने आम जनता की समस्याओं पर ध्यान देने की बजाय बडे पैमाने पर भ्रष्ट्राचार किया. ऐसे में कभी न कभी उनके खिलाफ यह कार्रवाई तो होनी ही थी. साथ ही अब इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि, करिश्मा वैद्य पर किस वरिष्ठ अधिकारी या किस राजनीतिक दल के नेताओं का हाथ था.
– प्रा. सतीश आठवले,
नगर सेवक, भातकुली नगर पंचायत.