.. अंतत: जिप ने खाली करायी अपनी इमारत
कडे पुलिस बंदोबस्त में ‘आपुलकीचे उपहार गृह’ करवाया गया बंद
* डेढ वर्ष से कब्जे को लेकर अटका हुआ था मामला
अमरावती/दि.14– स्थानीय अमरावती तहसील कार्यालय के पास जिला परिषद की मिलकियतवाली एक इमारत है. जिसे कुछ समय पूर्व जिप द्वारा दिनेश सारस्कर नामक व्यक्ति को किराये पर दिया गया था और विगत एक वर्ष से इस इमारत को खाली कराने का प्रयास किया जा रहा था. किंतु मामला कोर्ट में चला गया था. वहीं अब कोर्ट-कचहरी का मामला निपटते ही जिला परिषद प्रशासन ने कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच अपनी इस इमारत को पूरी तरह से खाली करवाते हुए इसका ताबा अपने कब्जे में लिया.
मिली जानकारी के मुताबिक जिला परिषद द्वारा तहसील कार्यालय से लगी हुई अपनी एक इमारत किराये पर दिनेश सारस्कर नामक व्यक्ति को किराये पर दी गई थी. जहां पर दिनेश सारस्कर ने ‘आपुलकीचे उपहार गृह’ नामक होटल शुरू किया था. साथ ही कुछ समय बाद दिनेश सारस्कर ने यह होटल किसी साहू नामक व्यक्ति को परभारे ही किराये पर दे दिया. जबकि दिनेश सारस्कर खुद यहां पर किरायेदार था और वह यह इमारत किसी अन्य को किराये पर देने का अधिकार नहीं रखता था. ऐसे में दिनेश सारस्कर को जिला परिषद ने यह जगह खाली कर देने के संदर्भ में अनेकों बार नोटीस जारी की. किंतु सारस्कर ने यह इमारत खाली नहीं करवायी. ऐसे में यह मामला कोर्ट में चला गया और कोर्ट द्वारा जिला परिषद के पक्ष में फैसला सुनाया गया. जिसके बाद जिला परिषद प्रशासन ने कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच आज अपनी इमारत को पूरी तरह से खाली करवा लिया. इसके तहत जिला परिषद के अधिकारी आज सुबह कोतवाली थाने के पथक के साथ तहसील कार्यालय परिसर पहुंचे. जहां पर जिला परिषद की इमारत पर पडे ताले को खोला गया और भीतर लगे पूरे साजो-सामान को बाहर निकालकर इस इमारत का ताबा जिला परिषद के अधिकारियों ने अपने कब्जे मेें लिया.