आखिरकार ‘उस’ गाडी का पता चला
क्राईम ब्रांच ने येवदा से कार और आरोपी को ढूंढ निकाला
* संमती नगर में कार ने उडाया था दुपहिया वाहन चालक को
* हादसे के बाद तीन लोग वाहन सहित हुए थे मौके से फरार
* पुलिस ने गाडी का पता बतानेवाले को 20 हजार इनाम किया था घोषित
* 3 मई को हुआ था हादसा, 27 दिन तक चली मामले की तलाश
अमरावती/दि. 30 – स्थानीय गाडगेनगर पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत संमती नगर में विगत 3 मई को एक तेज रफ्तार कार ने दुपहिया वाहन को जोरदार टक्कर मारी थी. इस हादसे में दुपहिया पर सवार भीमसेन वाहने नामक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं हादसे के बाद सफेद रंग की कार में सवार रहनेवाले तीन लोग अपने वाहन सहित मौके से भाग निकले थे. यह पूरा वाकया घटनास्थल के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था. जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरु करते हुए आखिरकार 27 दिन बाद उस कार को दर्यापुर तहसील अंतर्गत येवदा के निकट नांदुरन गांव से खोज निकाला. साथ ही हादसे के वक्त कार चला रहे प्रशांत जनकराव वघाडे (39) नामक आरोपी को भी धर दबोचा. विशेष उल्लेखनीय है कि, लगातार चल रही जांच के बावजूद इस कार का कहीं कोई पता नहीं चलने की वजह से पुलिस ने कार का पता बतानेवाले के लिए 20 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. जिसे अब अपराध शाखा के पथक ने येवदा गांव के पास से खोज निकाला.
इस संदर्भ में पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने गाडगेनगर पुलिस के साथ ही मामले की जांच का जिम्मा अपराध शाखा के पीआय गोरखनाथ जाधव पर भी सौंपा था. जिसके बाद इस मामले की जांच हेतु 7 अलग-अलग टीमे गठित की गई थी. घटना को लेकर हाथ लगे सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट हो गया था कि, यह हादसा टाटा बोल्ट कार की वजह से हुआ था. ऐसे में पुलिस ने अमरावती शहर सहित जिले में सफेद रंग की टाटा बोल्ट कार कितनी है, इसकी जानकारी निकाली. तो ऐसी 127 कारों की जानकारी सामने आई. इसके बाद पुलिस की प्रत्येक टीम को 20-20 कारों की जानकारी निकालने का जिम्मा सौंपा गया और इस तरह से येवदा के निकट नांदुरन गांव में रहनेवाले प्रशांत वाघाडे और उसकी टाटा बोल्ट कार का पता चला.
जानकारी के मुताबिक 3 मई को प्रशांत वाघाडे अपने दो रिश्तेदारों के साथ अमरावती में आयोजित एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए अपनी टाटा बोल्ट कार लेकर आया हुआ था. तथा अपने एक सौतेले भाई को भोजन हेतु लाने के लिए दो लोगों को साथ लेकर अपनी कार के जरिए संमती नगर परिसर से गुजर रहा था. तब संमती नगर के एक छोटे से चौराहे पर एक ओर से दुपहिया वाहन पर सवार होकर आ रहे भीमसेन वाहने के दपहिया वाहन को इस कार ने जोरदार टक्कर मार दी थी. जिसके चलते भीमसेन वाहने अपनी दुपहिया से नीचे गिर गए और उनका सिर सीधे जमीन से जा टकराया. इसकी वजह से भीमसेन वाहने की मौके पर ही मौत हो गई थी. इस हादसे को लेकर सामने आए सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दिया कि, हादसे के बाद कार से तीन लोग नीचे उतरे, लेकिन कार के सामने का दृष्य दिखाई देते ही कार चला रहे व्यक्ति ने अन्य दो लोगों को तुरंत कार के भीतर बैठने हेतु कहा और फिर तीनों लोग पूरी रफ्तार के साथ वहां से कार के जरिए भाग निकले. इस हादसे में टाटा बोल्ट कार के कंडक्टर साईड का अगला हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हुआ था. जिसके चलते पुलिस ने शहर सहित जिले के सभी मेकॅनिको के नाम भी आवाहन जारी किया था कि, अगर इस तरह की कोई कार उनके पास दुरुस्ती के लिए आती है तो वे इसकी जानकारी पुलिस को दे. लेकिन किसी भी मेकॅनिक से पुलिस को ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली. वहीं अब पता चला है कि, हादसे के बाद प्रशांत वाघाडे ने अपने किसी दोस्त के जरिए तुरंत ही अपनी कार के क्षतिग्रस्त हिस्से की थोडीबहुत दुरुस्ती करवा ली थी और फिर कार को अपने गांव ले जाकर खडा कर दिया था. जिसके चलते इस कार का पता चलने में और आरोपी को खोजने में पुलिस को 27 दिनों का लंबा समय लग गया.
* मृतक के परिवार ने लगातार बनाए रखा था दबाव
विशेष उल्लेखनीय है कि, इस सडक हादसे में मारे गए भीमसेन वाहने के परिजनो ने उक्त सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाते हुए हादसे को अंजाम देनेवाली कार और उसमें सवार लोगों को खोज निकालने हेतु पुलिस पर लगातार दबाव बनाए रखा था और शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी को भी ज्ञापन सौंपते हुए इस मामले में त्वरीत कार्रवाई करने की मांग की थी. जिसके चलते सीपी रेड्डी ने इस मामले में जबरदस्त गंभीरता दिखाते हुए अलग-अलग जांच दल गठित किए थे. जिसमें से क्राईम ब्रांच के पथक को आखिरकार सफलता प्राप्त हुई. तथा क्राईम ब्रांच के दल ने येवदा के पास स्थित नांदुरन गांव से उस कार सहित हादसे को अंजाम देनेवाले कार चालक प्रशांत वाघाडे को खोज निकाला.