‘…आखिरकार ’उस’ बेसहारा घायल गौ को मिला इलाज‘
प्रवीण जी पोटे ने की उपचार के लिए आर्थिक सहायता
* राठी नगर से टीम वसा ने किया रेस्क्यू
अमरावती/ दि. 9– दो हफ्तों से घायल अवस्था में घूम रहे बेसहारा गाय को आखिरकार आज टीम वसा ने राठी नगर परिसर से रेस्क्यू कर इलाज मुहैया कराया.
पिछले कई दिनों से एक बेवारस गाय गाडगे नगर परिसर, राठी नगर परिसर में होने की जानकारी स्थानिक प्राणी प्रेमी नागरिक वसा संस्था की हेल्पलाइन नंबर पर दे रहे थे. चुकी कोई भी नागरिक उस गाय पर रेस्क्यू टिम आने तक ध्यान रखने में असमर्थ थे इसलिए वह गाय रिस्क्यू नहीं हो रही थी। आज सुबह प्राणी प्रेमी तेजस कोवळे ने वसा एनिमल रेस्क्यू हेल्पलाइन पर उस घायल गाय के बारे में जानकारी दी. जानकारी मिलते ही वसा संस्था की एनिमल रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची. प्यारा वेट शुभमनाथ सायंके, एनिमल रेस्क्यूअर निखिल ़फफुटाने, कैटल रेस्क्यूअर ऋग्वेद भैसे, रोशन इंगळे और आदेश सावरकर मौके पर पहुंचे. उन्होंने घायल गौ माता का मुहाना किया उसके बाद कैटल रेस्क्यू किट की मदद से रेस्क्यू टीम ने उस गाय का रेस्क्यू किया। यह रेस्क्यू नामदार प्रवीण जी पोटे इनके घर के सामने ही किया गया. नामदार प्रवीण जी पोटे भी इस रेस्क्यू के साक्षीदार रहे. उन्होंने घटनास्थल पर आकर वसा संस्था के कार्य की प्रशंसा की और घायल गौ माता के बारे में टीम से जानकारी लेकर उसके इलाज और देखभाल हेतु आर्थिक सहायता भी की। चूकि वसा संस्था के पास बड़े पशु को रेस्क्यू के बाद इलाज और देखभाल के लिए सेंटर पर लेकर जाने हेतु कैटल एंबुलेंस नहीं होने की वजह से उन्होंने एक प्राइवेट लोडिंग गाड़ी भाड़े से लाई और उसे गाड़ी में घायल गौ माता को सेंटर तक पहुंचाया गया।
दस्तूर नगर परिसर के पीछे मंगलधाम कॉलोनी में स्थित गोवर्धन पर्वत पर श्री गोरक्षण संस्था के सहकार्य से बने हुए श्री गोरक्षण व्हेटर्नरी हॉस्पिटल और वसा एनिमल रेस्क्यू सेंटर में उस गाय को दाखिल करने के बाद संस्था के डॉ सुमित वैद्य ने उसके प्रकृति की जांच की जिसमें उस गौ माता के जिनेंद्रीयों में जख्म होने के कारण इल्लिया और इन्फफेक्शन पाया गया. डॉक्टर सुमित वैद्य ने अपनी प्यारा वेट टीम निवृत्ति गावंडे, कपिल और वैभव नाईक के साथ मिलकर उस गाय का उचित इलाज कर उसे पीड़ा से मुक्त किया. गाय को पूरी तरीकेसे ठीक होने मे तकरीबन तीन सप्ताह से ज्यादा का समय लगने और तब तक वह गाय वसा के एनिमल रेस्क्यू सेंटर में रहेने की बात संस्था के सचिव गणेश अकर्ते ने सांध्य दैनिक अमरावती मंडल को बताई।
‘वसा संस्था को कैटल रेस्क्यू एंबुलेंस डोनेट करें‘
आए दिन शहरवासी वसा संस्था को रास्ते पर घायल, अंध, अपंग पशु की जानकारी देते रहते हैं। हमारी एनिमल रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच के उस घायल बेजुबान का रेस्क्यू कर उसे इलाज के लिए सेंटर ले आती है। लेकिन हमारे पास अध्यावत कैटल रेस्क्यू एम्बुलेंस नहीं होने के कारण बड़े और भारी भरकम पशुओं को सेंटर तक लाने में बहुत तकलीफ आती है. ऐसे में शहर के दानदाताओं ने आगे आकर वसा संस्था को सुसज्जित कैटल रेस्क्यू एम्बुलेंस डोनेट करनी चाहिए. जिसकी मदद से हम शहर में और शहर के आसपास के इलाके में घायल अवस्था में घूम रहे मूक पशुओं को उचित इलाज और देखभाल हेतु सेंटर पर ला सके.
-शुभमनाथ सायंके,
संस्थाध्यक्ष और अशासकीय सदस्य जिला प्राणी क्लेश निवारण समिती,अमरावती