अमरावती

अंतत: नया अमरावती स्थानक बना ‘पिंक स्टेशन’

महिला कर्मचारियों के जिम्मे आया ‘ए टू झेड’ व्यवस्थापन

अमरावती /दि.10– मध्य रेल्वे के नया अमरावती रेल्वे स्थानक को भुसावल डिविजन का पहला ‘पिंक स्टेशन’ बना दिया गया है. क्योंकि यहां पर विगत 5 अगस्त से पूरे कामकाज का जिम्मा महिला अधिकारियों व कर्मचारियों के हाथों में आ गया. साथ ही इस स्थानक की महिला अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी व्यवसायिक आय, सुरक्षा उपाय व स्थानक परिसर में अपराधों को नियंत्रित रखने पर पूरा जोर देने का निर्णय लिया है.
उल्लेखनीय है कि, मध्य रेल्वे का मुंबई विभाग महिला कर्मचारियों को समान अवसर उपलब्ध कराने के मामले में हमेशा ही अग्रसर रहता आया है. मुंबई विभाग का माटूंगा स्थानक पूरी तरह से महिलाओं द्बारा व्यवस्थापित व प्रबंधिति किया जाने वाला रेल्वे स्टेशन है. इसके बाद नागपुर विभाग में अजनी रेल्वे स्टेशन को भी ‘पिंक स्टेशन’ में तब्दील करते हुए वहां का कामकाज पूरी तरह से महिलाओं को सौंपने का निर्णय लिया गया है. वहीं अब भुसावल विभाग में शामिल रहने वाले नया अमरावती रेल्वे स्टेशन को भी ‘पिंक स्टेशन’ के तौर पर पहचान दी गई है. भुसावल विभाग में महिला कर्मचारियों द्बारा व्यवस्थापित किया जाने वाला यह तीसरा रेल्वे स्टेशन है.
उल्लेखनीय है कि, केंद्रीय रेल्वे मंत्रालय ने महिला सक्षमीकरण की दिशा में कदम बढाने शुरु कर दिए है. जिसके तहत अमरावती के नया अमरावती रेल्वे स्टेशन को ‘पिंक स्टेशन’ घोषित करने का निर्णय लिया गया. साथ ही विगत 5 अगस्त को इस फैसले पर प्रभावी रुप से अमल किया गया. जिसके चलते अब नया अमरावती रेल्वे स्टेशन पर पूरी तरह से ‘महिला राज’ कायम हो गया है और इस रेल्वे स्टेशन पर स्टेशन प्रबंधक से लेकर सभी अधिकारी व कर्मचारी के पदों पर महिलाओं की नियुक्ति की गई है. बता दें कि, अमृत योजनांतर्गत रेल्वे स्टेशन का पुनर्विकास किए जाने के दौरान अब कुछ रेल्वे स्टेशनों का ‘ए टू झेड’ कामकाज महिलाओं के जिम्मे सौंपे जाने का निर्णय लिया गया. जिसके तहत भुसावल मध्य रेल्वे विभाग अंतर्गत अमरावती के नया अमरावती रेल्वे स्टेशन तथा नागपुर मध्य रेल्वे विभाग अंतर्गत अजनी रेल्वे स्टेशन को ‘पिंक स्टेशन’ घोषित किया गया है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, भुसावल मध्य रेल्वे की प्रबंधक के तौर पर ई. टी. पाण्डेय नामक महिला अधिकारी पदस्थ है. जिन्होंने नया अमरावती रेल्वे स्टेशन को ‘पिंक स्टेशन’ घोषित करने से संबंधित पत्र विगत दिनों ही भेजा था. विगत शनिवार को भुसावल की डीआरएम ई. टी. पाण्डेय की ओर से पत्र प्राप्त होते ही शनिवार की शाम नया अमरावती रेल्वे स्टेशन पर गुलाबी रंग की रोशनाई की गई. वहीं अब विगत 5 अगस्त को नया अमरावती रेल्वे स्टेशन पर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के पदों पर महिलाओं की नियुक्ति कर दी गई. जिसके चलते नया अमरावती रेल्वे स्टेशन पूरी तरह से महिलाओं द्बारा व्यवस्थापित व संचालित किया जाने वाला रेल्वे स्टेशन यानि ‘पिंक स्टेशन’ बन गया है.

* ‘ताईंचा जिल्हा’ को मिली एक नई पहचान
ज्ञात रहे कि, अमरावती को ‘ताई का जिला’ कहा जाता है और इस समय भी लोकसभा में जिले की सांसद के तौर पर नवनीत राणा अमरावती जिले का प्रतिनिधित्व कर रही है. वहीं इससे पहले अमरावती से ही वास्ता रखने वाली श्रीमती प्रतिभाताई पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति निर्वाचित होने का बहुमान हासिल कर चुकी है. इसके अलावा सांसद के तौर पर दिवंगत उषाताई चौधरी तथा राज्य सरकार में मंत्री के तौर पर वसुधाताई देशमुख व इस समय तिवसा निर्वाचन क्षेत्र की विधायक रहने वाली पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने भी अपने कार्यों व उपलब्धियों के चलते राज्य सहित देश में नावालौकिक प्राप्त किया तथा अमरावती के लिए ‘ताई का जिला’ के विशेषण को सार्थक किया. वहीं अब ‘ताई का जिला’ कहे जाते अमरावती जिले के अमरावती शहर स्थित नया रेल्वे स्टेशन को ‘पिंक स्टेशन’ घोषित किया गया है. जहां पर ‘ए टू झेड’ कामकाज महिलाओं के ही हाथों में है. जिसके चलते ‘ताईंचा जिल्हा’ कहलाने वाले अमरावती को अब एक नई पहचान मिली है.

* नया अमरावती रेल्वे स्टेशन पर व्यवस्थापन हेतु तैयार महिलाए
* नियंत्रण कक्ष से पैनल पर सिग्नल ऑपरेटींग करती महिला कर्मचारी
* हरी झंडी दिखाकर मालगाडी को रवाना करती महिला कर्मचारी

Related Articles

Back to top button