नैसर्गिक आपदा में हुए नुकसान से किसानों पर आर्थिक संकट
पूर्व सांसद गुढे द्वारा तत्काल मदद घोषित करने की मांग
अमरावती/दि.20- जुलाई महीने में भारी बारिश के कारण खेतों में पानी भरने और अत्यधिक बारिश के चलते फसलों को नुकसान पहुंचा है. अंकुरित फसलें बर्बाद होने से किसानों पर दोबारा बुआई की नौबत आयी है. अनेक किसानों ने 10 दिन पूर्व दोबारा बुआई की थी. उन फसलों के बीज पानी में बह चुके हैं. जलजमाव के कारण खेतों में जाना भी मुश्किल हो गया है. सोयाबीन, तुअर, कपास बुआई का समय बीतने से अब रबी की इन फसलों की बुआई करना संभव नहीं है. किसानों को फिर एक बार आर्थिक नुकसान सहन करना पड़ रहा है. शासन द्वारा किसानों को हमेशा सहायता प्रदान की जाती है. इस बार भी शासन तत्परता दिखाकर किसानों को 50 हजार रुपए अनुदान घोषित कर उनके खाते में तुरंत जमा करें, ऐसी मांग पूर्व सांसद अनंद गुढे ने की है.
पूर्व सांसद अनंद गुढे ने राज्य क मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र भेजकर किसानों की व्यथा सुनाई है. उन्होंने कहा है कि किसान बैंक से कर्ज लेकर बुआई करता है. इस प्रकार नैसर्गिक आपदा में हुए नुकसान के कारण किसानों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ता है. विदर्भ में संतरा उत्पादक किसानों को सर्वाधिक नुकसान हुआ है. उनका अंबिया बहार पूरी तरह नष्ट हो चुका है. पहले बारिश की लुकाछिपी और अब मूसलाधार बारिश के कारण संतरा उत्पादक किसान परेशान हो चुके हैं. बागायत खेती का बीमा नहीं निकाला जाता. ऐसे में इन किसानों को फसल का खर्च खुद ही उठाना पड़ता है. शासन संतरा उत्पादक किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करें, नियमित कर्ज राशि जमा करने वाले जिन किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है, उन्हें 50 हजार रुपे की सहायता घोषित करने की मांग भी उन्होंने की है.