अमरावती

फिनले मिल कर्मी आदित्य मोहोड ने की आत्महत्या

अपने ही घर में फांसी लगाकर दी जान

  • लंबे समय से मिल बंद रहने के चलते था व्यथित

  • परिवार पर टूटा दुखों का पहाड

अचलपुर/दि.8 – विगत लंबे समय से अचलपुर स्थित राष्ट्रीय कपडा निगम के जरिये चलायी जानेवाली फिनले मिल बंद पडी है और अपने दो वर्ष के बकाया वेतन की मांग को लेकर विगत कुछ दिनों से फिनले मिल कर्मचारियों द्वारा आंदोलन भी किया जा रहा है. ऐसे में आय एवं रोजगार के तमाम साधन बंद रहने के चलते फिनले मिल के कामगार और उनके परिजन भूखमरी की नौबत का सामना कर रहे है. इन्हीं तमाम बातों से व्यथित और क्षुब्ध होकर गत रोज फिनले मिल के आदित्य मोहोड नामक युवा कामगार द्वारा आत्महत्या कर ली गई. इस युवा कामगार ने अपने घर में ही फांसी लगाकर अपनी जान दे दी.
मिली जानकारी के मुताबिक आदित्य मोहोड नामक यह कामगार फिनले मिल परिसर स्थित जुनी चाल में रहता है और मिल के बंद रहने की वजह से बेरोजगारी के दर्द को झेल रहा है. इसी दौरान फिनले मिल कामगारों द्वारा मिल को शुरू किये जाने तथा विगत दो वर्षों के बकाया वेतन की अदायगी के लिए फिनले मिल परिसर में आंदोलन किया जा रहा है. जिसमें पहले दिन से आदित्य मोहोड भी शामिल था. गत रोज शुक्रवार 7 जनवरी को ही आदित्य मोहोड सुबह से अनशन मंडप में ही बैठा हुआ था तथा आंदोलन में हिस्सा ले रहा था. मगर दोपहर 4 बजे के दरम्यान वह अनशन मंडप से उठकर अपने घर गया. जहां पर कुछ देर पश्चात उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह खबर मिलते ही फिनले मिल कर्मचारियों में शोक के साथ-साथ रोष व संताप की लहर फैल गई और तुरंत ही सभी कामगार नेताओं ने आदित्य मोहोड के घर की ओर दौड लगायी. जहां पर तत्काल ही फंदे पर झुल रहे आदित्य मोहोड को नीचे उतारा गया और उसे अस्पताल ले जाया गया. किंतु तब तक उसकी मौत हो चुकी थी और डॉक्टरों ने उसे ‘ब्रॉट डेड’ घोषित किया.
आदित्य के परिवार में माता-पिता व दो भाई है. जिन पर अब दुखों का पहाड टूट पडा है. वहीं आदित्य की मौत से आहत कामगार नेताओं ने अब अपने आंदोलन को और भी अधिक तेज करने की बात कही है. उल्लेखनीय है कि, फिनले मिल को शुरू करने और बकाया वेतन को अदा करने की मांग को लेकर फिनले मिल कामगारों द्वारा विगत चार दिनों से आंदोलन किया जा रहा है. जिसके तहत मिल के कई कामगार यहां की गगनचुंबी चिमनी पर जा चढे है. वहीं कई मजदूर अपने पूरे परिवार के साथ फिनले मिल के समक्ष अनशन कर रहे है. जिसके तहत दो दिन पूर्व चक्काजाम आंदोलन भी किया गया था. किंतु हाल-फिलहाल इस हडताल का कोई हल निकलता नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में हडताल और बेरोजगारी से त्रस्त आकर एक युवा कामगार ने गत रोज अपनी जान दे दी.

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सांसद तडस ने किया मिल मजदूरों के आंदोलन का समर्थन

वहीं गत रोज वर्धा संसदीय क्षेत्र के सांसद रामदास तडस व भाजपा की अमरावती ग्रामीण जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी दिघडे ने परतवाडा पहुंचकर फिनले मिल के समक्ष आंदोलन कर रहे मिल कामगारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जाना. साथ ही मिल कामगारों द्वारा किये जा रहे आंदोलन को अपना समर्थन भी दिया. इसके अलावा दोनों भाजपा नेताओं ने फिनले मिल की चिमनी पर चढे आंदोलकों से भी बातचीत की. इस दौरान कामगार नेता अभय माथने ने सांसद तडस व जिलाध्यक्ष चौधरी को बताया कि, इसके पहले भी आंदोलन हुआ था, जिसके चलते 24 महीने की पगार व बोनस देने का निर्णय लिया था, पर ऐसा कुछ नहीं किया गया. मिल बंद पडी है, वेतन भी नहीं मिला है मजदूरों को खाने के लाले पड गए है. मजदूरों पर कर्ज बढ गया है. अब इस आंदोलन में पुरा परिवार शामिल हुआ है. उसके बाद सांसद तडस व चौधरी ने मुंबई से यहां पहुंचे अधिकारी मनोज कुमार, किशोर पवार तथा मिल के प्रबंधक अमित के साथ चर्चा की और राज्य विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से फोन पर चर्चा की. जिसके बाद आगामी 12 जनवरी को इस विषय के संदर्भ में देश की राजधानी दिल्ली में एक बैठक करना तय हुआ. इस समय हडताल कर रहे कामगारों का कहना रहा कि, मंत्रालय से वेतन के पैसे आ गए है, लेकिन एनटीसी द्वारा उन्हें गुमराह किया जा रहा है और यदि इस आंदोलन के दौरान कुछ भी अघटित होता है, तो इसकी जिम्मेदारी एनटीसी पर रहेगी.

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