अमरावती

शासन की बीमा कंपनी के खिलाफ कृषि विभाग की एफआइआर

तीन अधिकारियों के नाम का समावेश

* कंपनी की लापरवाही से किसान मुआवजे से वंचित
* जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी की शिकायत
अमरावती/दि.6– शासन की भारतीय कृषि बीमा कंपनी के प्रतिनिधि की टालमटोल नीति, काम में त्रुटी व लापरवाही के कारण जिले के अनेक किसान फसल बीमा से वंचित रह रहे हैं. इस पृष्ठभूमि पर कृषि विभाग ने ही शासन की बीमा कंपनी के विरोध में एफआइआर दर्ज किए. स्थानीय गाडगेनगर थाने में रविवार को कंपनी के विरोध में एफआइआर दर्ज की गई है. कंपनी के राज्य व्यवस्थापक दीपक पाटील, क्षेत्रीय व्यवस्थापक शकुंतला शेट्टी और जिला समन्वयक नितिन सावले नामक तीन अधिकारियों का एफआइआर में समावेश है. कृषि विभाग ही एफआइआर के लिए सामने आने से खलबली मच गई है.
गाड़गेनगर थाने में जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी राहुल सातपुते द्वारा दी गई शिकायत के मुताबिक फसल बीमा कंपनी की मनमानी कार्यप्रणाली के कारण कृषि विभाग त्रस्त हुआ है. पिछले खरीफ सत्र में स्थानीय नैसर्गिक आपत्ति और फसल निकालने के बाद नुकसान में प्राप्त शिकायत निमित्त पंचनामों की प्रति की मांग सितंबर 2022 से कृषि विभा द्वारा लगातार की गई. अभी भी पंचनामे की प्रति नहीं दी गई है. इसके अलावा जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई सभा में कंपनी द्वारा बीमे की प्रलंबित रकम 10 करोड़ रुपए 15 दिन में देने का आश्वासन दिया गया था. प्रत्यक्ष में अभी तक यह रकम नहीं दी गई है. फसल बीमा के लिए जनप्रतिनिधि, संगठन का समाधान कंपनी द्वारा नहीं किया जाता. बार-बार प्रयास किए जाने के बावजूद कंपनी द्वारा सहयोग नहीं किया जाता, इस कारण योजना में शामिल किसान लाभ से वंचित रहेंगे, ऐसा स्पष्ट होने की बात शिकायत में दर्ज की गई है.

बीमा कंपनी द्वारा शासन की दिशाभूल
बाधित फसलों के लिए जिले के 1.24 लाख किसानों ने पूर्व सूचना बीमा कंपनी के पास दर्ज की. इसमें 24505 पूर्व सूचना अपात्र ठहराई गई है. इस बाबत कृषि विभाग द्वारा प्रयास किए जाने पर हर बार अलग-अलग संख्या और कारण बताए जा रहे हैं. इस कारण शासन की धोखाधड़ी होने की बात शिकायत में कही गई है.

अकोला जिले में मामला दर्ज
इन्हीं कारणों से अकोला जिले में भी वहां की बीमा कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पंचनामे में काटछांट, बाधित क्षेत्र कम ज्यादा दिखाना समेत अनेक अवैध प्रकार प्रकाश में आए हैं. किसानों की जालसाजी में यह महत्वपूर्ण सबूत रहता है. अमरावती जिले में कंपनी ने 6 माह से पंचनामे की प्रति नहीं दी रहने की बात भी दिखाई दी है.

कृषि विभाग की शिकायत दर्ज
फसल बीमा कंपनी के विरोध में कृषि विभाग की शिकायत दर्ज हुई है. शिकायत जांच में है. हम कानूनी बातों को देख रहे हैं. सबूत रहना प्रकरण के लिए महत्वपूर्ण है.
– आसाराम चोरमले, थानेदार, गाडगेनगर

 

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