* फसल बीमा की कम मिलने से जिले किसान संतप्त
अमरावती/दि.10– फसल बीमा कंपनी व्दारा बाधित किसानों को बीमा कम दिया गया है. किस प्रमाण में अथवा प्रतिशत के मानक पर रकम दी गई. इस बाबत तत्काल जानकारी देने अन्यथा जिले में कानून व सुव्यवस्था बिगडने में जिम्मेदार तथा शासकीय काम में दुविधा निर्माण किए जाने पर एफआईआर दर्ज करने की चेतावनी जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी अनिल खर्चान ने कंपनी के राज्य प्रबंधकों को 3 जनवरी को पत्र के जरिए दी है.
फसल बीमा कंपनी व्दारा जिलाधिकारी की अधिसूचना की अनदेखी की गई है. समय-समय पर दिए गए निर्देश पर भी अमल नहीं हुआ है इसके अलावा कृषि विभाग व्दारा मांगी गई जानकारी अभी तक नहीं दी गई है. अनेक प्रयासों के बाद बाधित किसानों को फसल बीमा की रकम दी गई वह भी काफी कम मात्रा में है. इसमें पांच तहसीलों का समावेश नहीं था. इस सप्ताह में पांच तहसीलों के केवल 2309 किसानों को रकम दिए जाने की जानकारी कृषि विभाग ने 3 जनवरी को कंपनी को पत्र देकर चेतावनी दी है. कंपनी के मनमाने कामकाज के विरोध में किसानों में तीव्र रोष व्याप्त है. इसके अलावा जनप्रतिनिधि ने भी रोष व्यक्त किया है. कंपनी की दोगली नीति के कारण कृषि विभाग को किसानों के रोष का सामना करना पड रहा है. फसल बीमा कंपनी भेजे गए पत्र की भी अनदेखी करते रहने से अब पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की जाएगी ऐसी जानकारी जिला अधीक्षक अनिल खर्चान ने दी है.
* बाधित किसानों का जालसाजी का आरोप
मूसलाधार बारिश से नुकसान होने के कारण अचलपुर, चांदुरबाजार, अंजनगांव सुर्जी, धारणी और चिखलदरा इन पांच तहसीलों के 15 हजार 531 किसानों ने बीमा कंपनी के पास पूर्व सूचना की है. इस तुलना में 2309 किसानों को रकम दी गई है और वह भी काफी कम रहने से कंपनी व्दारा जालसाजी किए जाने का आरोप किसानों ने किया है.
* बिना देखे 26384 किसानों की पूर्वसूचना ठुकराई
मूसलाधार बारिश व अतिवृष्टि के कारण खरीफ की फसलों का नुकसान होने से 1 लाख 25 हजार 902 किसानों ने कंपनी के पास पूर्वसूचना दाखिल की थी. इसमें विविध कारणों से 26384 पूर्वसूचना कंपनी व्दारा ठुकराई गई है. इन सभी आवेदनों का जायजा करने के निर्देश कृषि आयुक्त व्दारा दिए जाने के बाद भी संबंधित कंपनी व्दारा अनदेखी की जा रही है.
* कंपनी का कोई भी सहयोग नहीं
फसल बीमा कंपनी को पत्र देकर लगातार प्रयास किए जाने के बावजूद कंपनी कोई भी सहयोग नहीं कर रही है. पत्र की जानकारी भी नहीं दी जाती. इस कारण अब कंपनी के विरोध में पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की जाएगी.
– अनिल खर्चान,
जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी
– बाधित फसलों के लिए पूर्वसूचना – 1,25,902
– कंपनी ने ठहराई अपात्र पूर्वसूचना – 26,384
– रकम मिलने वाले किसानों की संख्या – 69,285
– बाधित किसानों को मिली रकम – 66.82 करोड
– कंपनी के पास किसान, शासन का हिस्सा – 100 करोड