* आयएमए की आयुक्त से चर्चा सफल
अमरावती/दि.29- शहर की निर्माणाधीन और मौजूदा इमारतों के फायर ऑडिट पर लाखों रुपए की नोटिस गलती से भिजवाने की चूक मनपा ने आखिरकार मान ली है. अब फायर ऑडिट के लिए पहली बार 115 रुपए प्रति वर्ग मीटर देने होंगे. उसका रिनिवल केवल 1 रुपया 15 पैसे प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से किया जाएगा. यह फैसला तथा घोषणा आयुक्त देवीदास पवार ने आज दोपहर चिकित्सकों के संगठन आयएमए के साथ चर्चा दौरान की. बता दें कि मनपा ने सैकडों इमारतों को लाखों रुपए फायर ऑडिट फीस भरने की नोटिस दी थी. अमरावती मंडल ने इस विषय में विस्तृत एवं प्रभावी खबर प्रकाशित की थी. अमरावती मंडल के समाचार का असर हुआ.
इस चर्चा दौरान आयएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश ठाकरे, अमरावती शाखा अध्यक्ष डॉ. अश्विनी देशमुख, सचिव डॉ. भूपेश भोंड, आयएमए हॉस्पिटल बोेर्ड के चेअरमैन डॉ. संदीप दानखडे, सचिव डॉ. विक्रम देशमुख, कार्यकारिणी सदस्य डॉ. दिनेश वाघाडे, मनपा की तरफ से आयुक्त के साथ स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल काले, दमकल अधिकारी पंधरे, विधी अधिकारी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
बैठक में तय किया गया कि इमारत का फायर सेफ्टी करने के लिए लेटेस्ट फार्म भी प्रमाणपत्र ग्राह्य माना जाएगा. फायर एनओसी की मांग अलग से नहीं की जाएगी. उसी प्रकार वार्षिक दर विवरण 22990 रुपए प्रति वर्ग मीटर की बजाए केवल 115 रुपए प्रति वर्ग मीटर रेट से नए निर्माण की फायर सेफ्टी फीस रहेगी. दमकल वार्षिक सर्विस फीस 1 रुपए 15 पैसे वर्ग मीटर रहेगी. महाराष्ट्र अग्निरोधी और जानमाल सुरक्षा नियम 2006 के तहत निर्णय किए गए हैं. उल्लेखनीय है कि सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने सर्वप्रथम निगमायुक्त को अग्नि सुरक्षा फीस के बारे में निर्देश दिए थे.
* चिकित्सकों ने लांघे दरवाजे
चिकित्सकों का शिष्टमंडल निगमायुक्त से मिलने पहुंचा. मिटिंग में समय लगा. उसी समय एक के बाद एक दो मोर्चे मनपा पर धमके. मुख्य और साइड के दोनों व्दार बंद कर दिए गए. जिससे चिकित्सक अटक गए. ऐसे में डॉ. ठाकरे और अन्य डॉ. दानखडे, डॉ. देशमुख आदि के अस्पतालों से उनके कॉल आने शुरु हो गए. आखिर दरवाजों पर चढकर वे बाहर आए.