अमरावती/दि.१७ – जले हुए पटाखों की वजह से रविवार १५ नवंबर को शहर के बजरंग टेकडी (मसानगंज) परिसर स्थित राहुल गुप्ता की ऑईल मिल में आग लग गयी थी, लेकिन अग्निशमन विभाग द्वारा इस आग पर तुरंत ही काबू पा लिये जाने की वजह से बडी घटना टल गयी. हालांकि तब तक इस अग्निकांड में २५ हजार रूपये का नुकसान हुआ है. इसके साथ ही शहर में १३ से १६ नवंबर के दौरान चार दिनों की कालावधि में कुल ९ स्थानों पर आग लगने की घटनाएं सामने आयी है. लेकिन सौभाग्य से किसी भी घटना में कोई बडा नुकसान नहीं हुआ है.
ज्ञात रहे कि, प्रतिवर्ष दीपावली पर्व के समय लोगबाग आतिशबाजी करते हुए आनंदोत्सव मनाते है और प्रतिवर्ष शहर में अनेक स्थानों पर पटाखों की वजह से आग लगने की घटना सामने आती है. इस वर्ष ऐसी घटनाओं का प्रमाण काफी कम रहा, लेकिन १३ नवंबर से १६ नवंबर तक शहर में विविध स्थानों पर आग लगने की ९ घटनाएं सामने आयी है. इसमें से कुछ स्थानों पर आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं हुई. वहीं कुछ स्थानों पर पटाखों की वजह से आग लगने की बात समझ में आयी है. रविवार को जहां एक ओर मसानगंज परिसर स्थित ऑईल मिल में पटाखों की वजह से आग लगी, वहीं शनिवार १४ नवंबर को बच्छराज प्लॉट स्थित अमित पटेल के बर्तनों की दूकान में भी पटाखों की वजह से आग लग गयी. किंतु इस आग पर समय रहते काबू पा लेने के चलते अग्निशमन दल ने करीब १ करोड रूपयों के माल को बचा लिया. इसी तरह हिंदू स्मशान भुमि में लगी आग के चलते कुछ लकडियां व भुसा जलकर खाक हो गया. वहीं वलगांव में ठाकुर नामक व्यक्ति के खेत में लगी आग की वजह से खेत में रखा कडबा-कुटार व आसपास का परिसर जल गया. इसी तरह राजापेठ परिसर की एक सर्विस गली में लगी आग की वजह से आसपास स्थित घर व दुकाने कुछ प्रमाण में जल गये. लेकिन इससे कोई खास नुकसान नहीं हुआ. इसके अलावा विलास नगर में कचरे के ढेर में पटाखे की वजह से आग लगी. साथ ही सुकली कंपोस्ट डिपो में भी कचरे के ढेर में आग लगने की घटना सामने आयी, लेकिन इन तमाम घटनाओं में कहीं किसी तरह की कोई बडी हानी नहीं हुई. ऐसा लीडिंग फायरमैन नरेंद्र मेठे द्वारा बताया गया.