धुलघाट के जंगल में लगी आग बनी कारण
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* बंद हुई फोन सेवा
* सैकडों पेड भी आग में स्वाहा
धारणी/दि.17-मेलघाट बाघ प्रकल्प के धुलघाट रेंज के जंगल में 15 फरवरी की दोपहर में आग लग गयी. इस आग की वजह से भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) का ओ.एफ.सी. केबल जलकर खाक हो गया है. जिसके कारण इस परिसर की फोन सेवा बंद पड गयी है. यहां का क्षेत्र संपर्क के बाहर की स्थिति में फिलहाल है. इसके अलावा आग पर काबू नहीं बोने की वजह से सैकडों पेड जलकर आग में स्वाहा हुए हैं. कुल मिलाकर धुलघाट रेंज की जंगल में लगी हुई इस से हडकंप मचा हुआ है.
धारणी से 60 किलोमीटर दूर स्थित अकोट वन्यजीव विभाग के धुलघाट रेलवे रेंज के जंगल में 4-5 दिनों के पूर्व चेंडो के नजदीकी रास्ते के दोनों ओर फायरलाइन का काम शुरू था. जानकारी के अनुसार शनिवार, 15 फरवरी को जंगल में आग लगने की वजह से भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) का ओ.एफ.सी. केकेल इस आग में जलकर खाक होने की वजह से अनेक गांवों में फोन बंद हो गये हैं.
तत्काल उपाययोजना नहीं किये जाने की वजह से जमीन के भीतर गड्ढा बनायी गयी जगहों में बिछाई गयी बीएसएनएल की केबल लाइन आग में घिर गयी थी. इसलिये केबल जलकर खाक हो गया और अगले गांवों का फोन संपर्क बंद पडा हुआ है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव चेंडो के नजदीकी जंगल का वनखंड क्रमांक 1235 तथा 1190 के जंगल में शनिवार की दोपहर में आग लगी थी. जिससे बीएसएनएल का केबल जलकर संचार बंद पडा हुआ है. बतादें कि, धुलघाट रेलवे इस एरिया पर एक के पीछे एक संकटों की श्रृंखला जारी है. वन्य प्राणियों का मुक्त संचार मानो कम लग रहा था कि सरकार ने मीटरगेज रेल को बंद कर अन्याय किया. इसके बाद धुलघाट-अकोट इस मार्ग की निर्माण विभाग ने मरम्मत नहीं करने की वजह से अकोट यातायात ठप हो गया है. सुसर्दा-रानीगांव यह रास्ता भी अंतिम पल गिन रहा है. बारातांडा-धुलघाट मार्ग भी जगह-जगह पर उखड चुका है. अनेक रपटे भी अधूरे पडे हुए है. रेल बंद, सडक खराब, बाघ प्रकल्प का बंधन ऐसे में अब फोन सेवा भी बंद होने की वजह से घुटन होने जैसा महसूस हो रहा है.