तहसील के कोहला में चारागाह जमीन पर लगी आग
कई पेड़ जलकर खाक, आग पर काबू पाने ग्रामवासियों ने किए प्रयास
चांदुर रेल्वे /दि. २५- तहसील के कोहला में चारागाह जमीन पर आग लने से पेड़, झाडियां जलकर खाक होने की घटना गुरुवार दोपहर १२ बजे हुई. यह आग फैलते-फैलते खानापुर झोपडपट्टी तक पहुंची. आग पर काबू पाने ग्रामवासियों ने काफी प्रयास किया. आगजनी की सूचना नांदगांव खंडेश्वर के नपं अग्निशमन दल को मिलते ही अग्निशमन दल का वाहन समय पर पहुंचने से आग पर नियंत्रण पा लिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार मौजा कोहला की चारागाह जमीन गट नं.११४ में अचानक आग लगी थी. आग ने भीषण रूप धारण करने से चारागाह जमीन पर लगे तुलसी, नीम के पेड़, तथा अन्य वनस्पतियां जलकर राख हो गई. फैलते-फैलते यह आग खानापुर के झोपडपट्टी तक पहुंच गई. परंतु ग्रामीणों के सूचित करने पर नांदगांव खंडेश्वर के नपं का अग्निशमन वाहन समय पर पहुंचने से तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. मंडल अधिकारी अमोल देशमुख के मार्गदर्शन में पटवारी खंडार, कोतवाल आशीष इंगोले, पुलिस पटेल अनूप सोलंके, सचिन इंगोले, प्रताप सोलंके, महेंद्र सोलंके, ग्रापं कर्मचारी धीरज सोलंके, नितीन म्हैसकर, तथा गांव के अन्य नागरिकों ने आग पर काबू पाने के लिए प्रयास किया.
पांच साल से लग रही है आग
ग्रीष्मकाल लगते ही आगजनी की घटना का प्रमाण बढ़ जाता है. कोहला, खानापुर, कोदोरी हरक तथा धानोरा मोगल में पिछले पांच वर्षों से हर साल ग्रीष्मकाल में बडे़ पैमाने पर घटनाएं होती है. आगजनी की घटनाओं पर प्राथमिक स्तर पर ग्रामपंचायत तथा पंचायत समिति स्तर पर किसी भी प्रकार से उपाय नहीं किए गए. यदि ऐसा ही रहा तो भविष्य में जानहानि व आर्थिक हानि हो सकती है. इसलिए प्रशासन ने इस पर कुछ ठोस निर्णय लेकर बार-बार आग क्यों लगती है? इसका कारण जानने की मांग परिसर के नागरिक कर रहे है.