अमरावती

चंद्रभागा नदी के शंकुतला रेलवे पुल पर आग का तांडव

सत्याग्रहियों ने जान हथेली पर रखकर आग पर काबु पाया

दर्यापुर/ दि.23 – बीते गुरुवार 21 अप्रैल की रात 11 बजे चंद्रभागा नदी के शंकुतला रेलवे पुल पर आग लगी. शंकुतला रेलवे बचाओं के सत्याग्रहियों ने अपनी जान हथेली पर रखकर आग को बुझाते हुए पुल को बचाया, अन्यथा 110 वर्ष पुराना यह पुल जलकर खाक हो जाता.
रात 10.30 बजे शंकुतला प्रेमी दिनेश पारडे ने विजय विल्हेकर को फोन पर बताया कि, चंद्रभागा नदी के शंकुतला रेलवे पुल पर आग लग गई है. विल्हेकर ने तत्काल मुर्तिजापुर के रेलवे पुलिस निरीक्षक सत्येंद्र यादव को घटना की जानकारी दी. साथ ही तहसीलदार डॉ. योगेश देशमुख और दमकल विभाग के साथ भी संपर्क साधा. सत्याग्रही प्रदीप मलिये, कृष्णा मलिये को खबर मिलते ही सिर पर 20 लिटर पानी की कैन लेकर अपने सहयोगियों के साथ मौेके पर पहुंचे. अन्य सत्याग्रही भरी वहा इकट्ठा हुए.अंधेरे में उंचे पुल पर सिर पर पानी की कैन लेकर पुल के आखरी छोर पर जाना किसी कसरत से कम नहीं था. आग की तपन से शरीर झुलस रहा था. यह सबकुछ सहन करते हुए सत्याग्रहियों ने 110 पुराने इंजीनियरिंग के बेजोड नमुने को सुरक्षित बचाया.
रेलवे पुलिस निरीक्षक अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. आग बुझाने में उन्होंने सहायता की. दमकल विभाग का वाहन पुल तक न जा पाने के कारण सिर पर पानी की कैन लेकर आग पर काबु पाना पडा. शंकुतला रेलवे बचाव सत्याग्रह में काम करने के लिए जिन्होंने भुसावल रेलवे विभाग के पुलिस निरीक्षक पद से सेवानिवृत्ति ली वे रामदास चव्हाण, तहसीलदार डॉ.योगेश देशमुख, आरपीआई सत्येंद्र यादव के मार्गदर्शन में समिति का गठन कर आग की वजह ढुंढ निकाली व आगजनी पर भी नियंत्रण की उपाय योजना बनाई जाएगी. साथ ही रेलवे पुल पर लगे लकडी के सीलिपाट को आग से बचाने की तकनीक की सलाह से सीमेंट में अग्नीरोधक घटक का इस्तेमाल का उसका लेपन करने का नियोजन किया गया. यह काम प्रदीप मलिये के नेतृत्व में दो दिन में पूरा किया जाएगा. आग बुझाने वाले सत्याग्रही व दमकल के कर्मचारियों का सत्कार किया जाएगा, ऐसी जानकारी विजय विल्हेकर ने दी. पुल की आग बुझाने में प्रदीप मलिये, कृष्णा मलिये, चेतन अग्रवाल, रमेश गुलवाडे, श्याम पातुरकर, विनोद कपिले, शुभम बुराडे, सोनोने, आरपीआई यादव, निलेश पिंपलकर, विजय इंगले, विपुल खंडारे, शशि जयस्वाल, सिंधु विल्हेकर, वानखडे, विजय विल्हेकर का महत्वपूर्ण योगदान रहा.

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