अमरावतीमहाराष्ट्र

मनपा स्थापना के बाद 66 छात्रों की पहली बैच

कक्षा 12 वीं की एक्जाम

* गणित के स्थान पर मिला है इलेक्ट्रॉनिक और प्लम्बिंग विषय
अमरावती/ दि. 11– छात्र जीवन का टर्निंग पॉइंट कक्षा 12वीं की परीक्षा मंगलवार से शुरू हो गई. जिले में कुल 43 परीक्षा केंद्रों पर कुल 360 17 छात्र-छात्राये यह इम्तेहान दे रहे हैं. यह परीक्षा अमरावती मनपा के लिए भी पहला इम्तेहान ही है. मनपा की स्थापना हुई तब से अब तक के इतिहास में मनपा स्कूल के छात्र पहली बार ही 12वीं की परीक्षा दे रहे हैं. जिसके तहत जमील कॉलोनी म्युनिसिपल उर्दू हाईस्कूल और साइंस जूनियर कॉलेज के 66 छात्रों की प्रथम बैच मंगलवार को अपना प्रथम पर्चा छुड़ायेंगी. विशेष उल्लेखनीय कि, इन सभी छात्रों को गणित का पर्चा नहीं रहेगा. इस सभी छात्रों ने राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) विकल्प चुना है. इसलिए उन्हे गणित के स्थान पर इलेक्ट्रॉनिक और प्लम्बिंग यह वोकेशनल विषय दिया गया है. यह व्यावसायिक पाठ्यक्रम सिर्फ सरकारी स्कूलों में हैं. इसलिए ये केवल जमील कॉलोनी म्युनिसिपल उर्दू स्कूल और मनपा निगम क्षेत्र में जिला परिषद की सायंसकोअर जूनियर कॉलेज में ही उपलब्ध हैं.
जमील कॉलोनी कॉलेज यह मनपा का एक अंग्रेजी माध्यम का जूनियर कॉलेज है. जिसमें विज्ञान पाठ्यक्रम है और मुस्लिम समुदाय के छात्र यहां पढ़ते हैं. यहां 12वीं तक पढ़ाई संभव है, इसलिए बड़ी संख्या में छात्र यहां प्रवेश के लिए आवेदन करते हैं. यहां विशेष रूप से गणित के स्थान पर दो व्यावसायिक पाठ्यक्रम, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्लंबिंग, विकल्प के रूप में हैं. इसलिए यहां सभी 66 छात्रों ने या तो इलेक्ट्रॉनिक्स या प्लंबिंग विषय को चुना है. इसलिए, उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत ऊंचा रह सकता है. जमील कॉलोनी साइंस जूनियर कॉलेज के प्रिंसिपल अब्दुल सईद ने बताया कि 100 में से 70 अंक प्रैक्टिकल और 30 अंक थ्योरी के हैं. छात्रों को पढ़ाने के लिए कुल 8 प्रोफेसर हैं, जिनमें इलेक्ट्रॉनिक्स विषय के लिए बीई इलेक्ट्रॉनिक्स और बीई सिविल इंजीनियर्स तथा अन्य पांच विषयों के लिए 5 प्रोफेसर नियुक्त हैं. प्राचार्य ने यह भी बताया कि यहां डिजिटल क्लासरूम की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है.
* केवल दो सरकारी स्कूलों में
एनएसक्यूएफ विकल्प महानगर पालिका के जमील कॉलोनी साइंस हाई स्कूल और जिला परिषद के साइंसकोर साइंस जूनियर कॉलेज में उपलब्ध है. क्योंकि ये दोनों ही स्कूल सरकारी हैं. एनएसक्यूएफ में गणित के स्थान पर व्यावसायिक पाठ्यक्रम से कोई भी एक विषय चुना जा सकता है.
– डॉ.प्रकाश मेश्राम, शिक्षा अधिकारी
महापालिका

 

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