शहर में चाईल्ड पोर्नोग्राफी का पहला मामला दर्ज
सन 2020 में पर्सनल चैट में भेजी गई थी चाईल्ड पॉर्न वीडियो
* अब जाकर मामला आया सामने, अपराध हुआ दर्ज
* अन्य दो मामलों में भी अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू
अमरावती/दि.14- स्थानीय शहर पुलिस आयुक्तालय के साईबर पुलिस स्टेशन द्वारा शहर के इतिहास में पहली बार चाईल्ड पोर्नोग्राफी को लेकर एक व्यक्ति के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. साथ ही दो अन्य मामलों में दो लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. पता चला है कि, जिस मामले में साईबर सेल द्वारा अपराध दर्ज किया गया है, उस मामले में संबंधित व्यक्ति द्वारा अपने एक परिचित व्यक्ति को सन 2020 के दौरान पर्सनल चैट में चाईल्ड पॉर्न से संबंधित वीडियो क्लिप भेजी गई थी और ऐसे मामलों पर नजर रखनेवाली एनसीएमईसी नामक संस्था की कडी निगहबानी के चलते यह मामला अब जाकर सामने आया है.
बता देें कि, अक्सर लोगबाग वॉटसएप, एफबी मैसेेंजर व इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया साईट पर पर्सनल चैटिंग करते समय सोचते है कि, उनकी इस चैटिंग पर किसी की कोई नजर नहीं है और उन्हेें कोई भी देख या सुन नहीं रहा. इसी सोच के तहत कई बार कुछ लोग अपनी पर्सनल चैटिंग में अश्लील फोटो व वीडियो का भी आदान-प्रदान करते है, जो आगे चलकर अलग-अलग ग्रुप व समूह में वायरल हो जाते है. इसमें भी विशेष रूप से छोटे बच्चों से संबंधित अश्लील फोटो व वीडियो का समावेश होता है. जबकि छोटे बच्चोें का किसी भी तरह से अश्लील चित्रीकरण करना और उनके अश्लील फोटो या वीडियो को प्रसारित करना पूरी दुनिया में चाईल्ड पोर्नोग्राफी एक्ट के तहत अपराध है और ऐसा करना प्रतिबंधित किया गया है. साथ ही ऐसे मामलोें पर वैश्विक स्तर पर काम करनेवाली एनसीएमईसी नामक संस्था द्वारा नजर रखी जाती है. जिसकी नजर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर रहती है और कहीं पर भी चाईल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित कोई मामला सामने आने पर इस संस्था द्वारा संबंधित देश की पुलिस के जरिये दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. इसी प्रक्रिया के तहत एनसीएमईसी नामक संस्था द्वारा वर्ष 2020 के दौरान भारत में हुए चाईल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित मामलोें की जानकारी भारत के नैशनल क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो को दी गई. जहां से ऐसे मामलों का राज्यनिहाय विभाजन करते हुए उन मामलों से संबंधित राज्यों को अवगत कराया गया और राज्य स्तर पर इन शिकायतों का शहर व जिलानिहाय वितरण करते हुए संबंधित पुलिस महकमों को यह मामले जांच व कार्रवाई के लिए भिजवाया जाता है. इसी प्रक्रिया के तहत चाईल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित तीन मामले अमरावती शहर पुलिस की साईबर सेल के पास जांच हेतु भेजे गये. जिसमें से एक मामले में सन 2020 के दौरान अमरावती में रहनेवाले किसी व्यक्ति ने अपने परिचित व्यक्ति को सोशल मीडिया के जरिये चाईल्ड पॉर्न वीडियो भेजा था. इस मामले को लेकर साईबर सेल के एपीआई रविंद्र सहारे की शिकायत पर उस व्यक्ति के खिलाफ चाईल्ड पोर्नोग्राफी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है. साथ ही संबंधित व्यक्ति के आईपी ऍड्रेस की शिनाख्त करते हुए अब उस व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी गई है. साथ ही इसी तरह के अन्य दो मामलोें में भी अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया चलाई जा रही है.