अमरावती में 14 को महायुती का पहला सम्मेलन
लोकसभा चुनाव के लिए महायुती में शुरु हुई तैयारियां
* सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं की रहेगी मौजूदगी
* विएमवि के भोसले सभागार में बैठक का आयोजन
अमरावती /दि.12- आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर राज्य की सत्ता में रहने वाली महायुती की ओर से तैयारियां करनी शुरु कर दी गई है. जिसके तहत आगामी 14 जनवरी को एक ही दिन के दौरान राज्य के सभी 48 संसदीय क्षेत्रों में महायुती में शामिल घटक दलों के नेताओं व पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक का आयोजन किया जा रहा है. जिसके तहत 14 जनवरी को अमरावती में भी महायुती में शामिल सभी दलों के नेताओं व पदाधिकारियों की बैठक आयोजित होने जा रही है. विएमवि परिसर स्थित भोसले सभागार में आयोजित यह बैठक रविवार 14 जनवरी को सुबह 11 बजे से शुरु होगी, ऐसी जानकारी सामने आयी है.
उल्लेखनीय है कि, महायुती में शामिल भारतीय जनता पार्टी, शिंदे गुट वाली शिवसेना, अजित पवार गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सहित महायुती में शामिल घटक दलों ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से ही अपनी तैयारियां शुरु कर दी है. जिसकी अधिकारिक तौर पर 14 जनवरी से शुरुआत होगी. जब राज्य के सभी 48 संसदीय क्षेत्रों में महायुती के घटक दलों की संयुक्त बैठक आयोजित होगी. इसके तहत अमरावती में भी भाजपा के शहराध्यक्ष व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल की अगुवाई में संयुक्त सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है. इस संदर्भ में भाजपा के शहर महामंत्री शेगोकार ने सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं से फोन पर इस बैठक के संदर्भ में बातचीत कर ली है और उम्मीद जताई है कि, 14 जनवरी को भोसले सभागार में आयोजित होने जा रहे भव्य सम्मेलन में सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं सहित करीब एक से डेढ हजार पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे.
उल्लेखनीय है कि, अमरावती संसदीय सीट हेतु आयोजित होने जा रहे संयुक्त सम्मेलन में भाजपा के शहराध्यक्ष व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल के साथ ही महायुती में शामिल अजित पवार गुट वाली राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके, शिंदे गुट वाली शिवसेना के जिला प्रमुख अरुण पडोले एवं रिपाई आठवले गुट के प्रदीप दंदे के साथ-साथ महायुती के समर्थन में रहने वाले सांसद नवनीत राणा, विधायक रवि राणा व विधायक बच्चू कडू उपस्थित रहेंगे. इसके अलावा वरिष्ठ स्तर से किस नेता को इस सम्मेलन में शामिल होने हेतु भेजा जाएगा. वहीं इस आयोजन को सफल बनाने हेतु महायुती में शामिल सभी घटक दलों के नेताओं व पदाधिकारियों द्वारा अभी से तमाम तैयारियां शुरु कर दी गई है तथा इस सम्मेलन में अपना प्रभूत्व व वर्चस्व दिखाने के लिए राजनीतिक गहमा-गहमी भी तेज हो गई है.