अमरावती

पहले चार कोरोना पॉजीटिव अब पूरी तरह से स्वस्थ

अपने साथ ही समाज बंधूओं के सेहत की रख रहे फिक्र

  • रक्तदान शिविर में भी लिया सहभाग, एक ने प्लाज्मा दान भी किया

  • स्वास्थ्य महकमे के साथ किया पूरी तरह सहयोग, अन्यों को कर रहे जागरूक

अमरावती/दि.29 – जिले में विगत 3 अप्रैल को पहला कोरोना संक्रमित पाया गया था. हाथीपूरा परिसर निवासी इस 45 वर्षीय व्यक्ति की उसके घर पर ही मौत हो गयी थी तथा इस होम डेथवाले मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मृतक के थ्रोट स्वैब को जांच हेतु भिजवाये जाने पर उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आयी थी. साथ ही मृतक के परिवार में चार लोग भी कोरोना पॉजीटिव पाये गये थे. जिसमें मृतक की पत्नी व बेटे सहित दो भाईयों का समावेश था. आज ये चारों लोग पूरी तरह से स्वस्थ है और अपने साथ ही अपने आसपडौस के लोगोें की सेहत के प्रति बेहद फिक्रमंद है. साथ ही स्वास्थ्य महकमे के साथ पूरा सहयोग करते हुए सभी लोगों को इस संक्रमण के खतरे को लेकर जागरूक कर रहे है.
बता दें कि, हाथीपूरा परिसर निवासी 45 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट उसकी मौत के बाद पॉजीटिव आने पर उसके परिवार के कुल 24 सदस्यों को पीडीएमसी में कोरोंटाईन किया गया था और सभी के थ्रोट स्वैब सैम्पल जांच हेतु भिजवाये गये थे. जिसमें से चार लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर इन चारों लोगों को सुपर स्पेशालीटी अस्पताल में बनाये गये कोविड अस्पताल में इलाज हेतु भरती कराया गया था. जहां पर 14 वें दिन उनके थ्रोट स्वैब को दुबारा जांच हेतु भेजा गया. जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर उस समय के नियमों के अनुसार और दो बार स्वैब का सैम्पल भेजकर कोविड टेस्ट करवायी गयी तथा दोनों रिपोर्ट निगेटीव आने के बाद 18 वें दिन इन चारों लोगोें को कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज दिया गया. हालांकि इसके बाद भी इन सभी लोगों को अगले 14 दिनों तक अपने घर में ही आयसोलेट रहना पडा. आज ये सभी लोग पूरी तरह से स्वस्थ है और इन नौ माह के दौरान उन्होंने अपनी व अपने परिजनों के स्वास्थ्य का तो ध्यान रखा ही है, साथ ही अपने आसपडौस के लोगों और समाजबंधूओं के स्वास्थ्य व सुरक्षा को लेकर भी वे काफी फिक्रमंद रहे. सबसे उल्लेखनीय बात यह रही कि, इस परिवार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के साथ बडे पैमाने पर सहयोग किया गया और वे कोरोना को लेकर समाज में जनजागृति भी कर रहे है. दो बार रक्तदान शिविर में हिस्सा लेने के साथ ही इस परिवार के सदस्यों ने जरूरत के समय प्लाज्मा दान भी किया है.

खुद जिलाधीश स्वागत करने हुए थे उपस्थित

इस प्रथम कोविड संक्रमित परिवार के चार सदस्य जब कोविड मुक्त घोषित हुए और उन्हें कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज दिया गया, तो अस्पताल के बाहर उनका स्वागत करने हेतु खुद जिलाधीश शैलेश नवाल तथा जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे. इस समय सभी लोगों ने अस्पताल से बाहर आकर अपने घर जाने हेतु निकले चारों लोगों का तालियां बजाकर स्वागत किया. इन 18 दिनों के दौरान प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिले समर्थन व सेवा से इस परिवार के चारों लोग पूरी तरह से गदगद दिखे और अस्पताल से मिली भावपूर्ण विदाई के चलते उनकी आंखे भी छलछला गयी थी.

पहले कोरोना संक्रमित की नहीं मिली हिस्ट्री

अमरावती शहर सहित जिले के पहले कोरोना संक्रमित की हिस्ट्री आज भी स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है. उस व्यक्ति का आर्मेचर का व्यवसाय रहने के चलते वह कुछ गाडियों की दुरूस्ती हेतु अमरावती जिले के कुछ ग्रामीण इलाकों से अकोला गया था. ऐसी जानकारी पुलिस द्वारा की गई कॉल ट्रेसिंग में सामने आयी है. साथ ही यह व्यक्ति बहुविध बीमारियों यानी कोमार्बिड का मरीज भी था. ऐसे में किस व्यक्ति के संपर्क में आने की वजह से यह व्यक्ति कोरोना संक्रमित हुआ, यह जानकारी अब तक सामने नहीं आयी.

प्रत्येक माह में ऐसे बढे मरीज

4 अप्रैल – 1
1 मई – 40
1 जून – 298
1 जुलाई – 569
1 अगस्त – 2157
1 सितंबर – 5750
1 अक्तूबर – 13333
1 नवंबर – 16302
1 दिसंबर – 17886
18 दिसंबर – 19316

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