* जनआरोग्य योजना के तहत नि:शुल्क ऑपरेशन
अमरावती/दि.23-शहर के डॉ. पंजाबराव उपाख्य भाऊसाहेब देशमुख स्मृति वैद्यकीय महाविद्यालय में पहला किडनी ट्रान्सप्लांट सफल हुआ. भुसावल के मध्यमवर्गीय परिवार के मनीष कुंदन कश्यप (34) नामक मरीज को उनकी मध्यप्रदेश के बुर्हानपुर निवासी बहन चंचल सचिन सिकरवार (37) ने किडनी देकर अपने छोटे भाई को नया जीवन दिया. मनीष कश्यप पिछले एक-डेढ साल से नेपरोलॉजिस्ट डॉ. निखिल बडनेरकर की देखरेख में उपचार व डायलिसिस ले रहे थे.
शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष भैय्यासाहेब उर्फ हर्षवर्धन देशमुख, महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.अनिल देशमुख, वैद्यकीय अधीक्षक डॉ.पवन टेकाडे, डॉ.सोमेश्वर निर्मल के मार्गदर्शन में शल्यक्रिया का नियोजन किया गया. उनकी टीम में यूरोलॉजीस्ट डॉ. राहुल पोटोडे, डॉ. विक्रम देशमुख के नेतृत्व में डॉ. विशाल बाहेकर, डॉ. राहुल घुले, डॉ. श्वेता आठवले, नेपोलॉजीस्ट डॉ. निखिल बडनेरकर, डॉ. स्वप्नील मोलके, डॉ. प्रणित काकडे, बधीरीकरण तज्ञ डॉ. विजया पाटील, डॉ. शशि चौधरी, डॉ. नंदिनी देशपांडे, डॉ. मीनल कोकाटे, डॉ.जयेश इंगले, डॉ. शिरीष माहोरे, डॉ. रितेश म्हात्रे, डॉ.श्रद्धा धाकुलकर, डॉ. स्वप्नील नागे, डॉ. निशा राठी, डॉ. मधुरा अत्रे का महत्वपूर्ण योगदान था. पांच घंटे तक चली यह शल्यक्रिया सफल हुई. शल्यक्रिया से पूर्व डॉ. निखिल बडनेरकर (नेफ्रॉलॉजिस्ट) ने मनीष को किडनी ट्रान्सप्लांट यह उत्तम विकल्प सुझाया. और बहन ने किडनी देने पर जीवनदान मिल सकता है, ऐसा कहा. बहन ने भी किडनी देने अपनी सहमति दर्शाने के बाद शल्यक्रिया की तैयारी शुरु हुई.
इसमें ट्रान्सप्लांट कोऑर्डिनेटर सतीश वडनेरकर की महत्वपूर्ण भूमिका थी. अस्पताल के डॉ. श्रीकांत फुटाणे, ऋग्वेद देशमुख, मेट्रन चित्रा देशमुख, मंजुषा नितनवारे ने शल्यक्रिया की संपूर्ण तैयारी और नियोजन करने सहयोग किया. प्राधिकरण समिती अध्यक्ष व अधिष्ठाता डॉ. अनिल देशमुख, सदस्य व सहायक उपसंचालक अकोला डॉ. आरती कुलवाल, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. दिलीप सौंदले, सेवानिवृत्त उपसंचालक डॉ. अविनाश लव्हाले, आयएमए अध्यक्ष अमरावती-डॉ. अनुपमा देशमुख, फॉरेन्सिक मेडिसिन के एचओडी डॉ. पवन टेकाडे, एचओडी पॅथॉलॉजी डॉ.राम अवतार सोनी, एचडी मेडिसिन विभाग डॉ. शुभांगी वर्मा, फर्मकॉलॉजी विभाग एचओडी डॉ. किशोर बनसोड ने मरीज व डोनर ने संपूर्ण कागजात की जांच कर शल्यक्रिया के लिए मंजूरी दी. शल्यक्रिया दौरान संध्या वाघमारे, शितल अंबरते, प्रियंका मैंद, सुमित्रा घाडगे, कल्याणी निरडकर, प्रतीक मालविया, मोहिनी गोहत्रे, पुष्पलता बेहरड, राणी खेकडे, अंकुश दलवी, विकास चरोडे, नीता श्रीखंडे ने काम देखा. तथा किडनी ट्रान्सप्लांट आयसीयू में अगले दस दिन डॉ.सतविर कौर, लीना ठाकूर, शिल्पा वानखडे, स्मिता वावरे, शशिकांत ढीवर, डेलिया मेघवा, पल्लवी कपले, पल्लवी निस्वादे, त्रिशुला मनोहरे, अर्चना वानखडे कार्यरत रहेंगे. यह शल्यक्रिया सरकार के महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना अंतर्गत संपूर्ण नि:शुल्क की गई. किडनी ट्रान्सप्लांट जटिल शल्यक्रिया पहली बार डॉ. पंजाबराव देशमुख वैद्यकीय महाविद्यालय में सफलता पूर्वक होने पर संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख व पदाधिकारियों ने डॉक्टर व संपूर्ण टीम का अभिनंदन किया.