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रोजाना 70 हजार से 1 लाख रूपयों का राजस्व डूबा
अमरावती/दि.24 – विगत 19 माह से कोविड संक्रमण के चलते सभी टॉकीजें बंद थी, जो बाद में जैसे-तैसे शुरू हुई. किंतु अब सरकारी व अर्ध सरकारी ना-हरकत प्रमाणपत्र के अभाव में करीब 7 टॉकीजें बंद पडी है, तथा 1 जनवरी से इन टॉकीजों के रूपहले परदे पर अंधेरा छाया हुआ है.
बता दें कि, अमरावती शहर की टॉकीजें विगत 5 नवंबर से 31 दिसंबर की कालावधि के दौरान शुरू थी. किंतु शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने इन टॉकीजों के लिए आवश्यक रहनेवाली सरकारी व अर्ध सरकारी एनओसी के बिना टॉकीजों को खुले रहने की अनुमति देने से इन्कार कर दिया. जिसके चलते शहर की चार टॉकीजोें तथा मल्टीप्लेक्स की तीन स्क्रीन पर फिल्मों का प्रदर्शन बंद है और विगत 23 दिनों से टॉकीज बंद रहने के चलते सरकार को रोजाना 70 हजार से 1 लाख रूपये के आसपास राजस्व का नुकसान हो रहा है.
बता दें कि, सभी टॉकीजों के लिए सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग, महानगरपालिका तथा अग्निशमन विभाग का ना-हरकत प्रमाणपत्र प्राप्त करना आवश्यक है और यह प्रमाणपत्र प्राप्त किये बिना टॉकीजों को नहीं खुलने देने की भुमिका पुलिस प्रशासन द्वारा अपनायी गई है. जिसके चलते इन टॉकीजों पर फिलहाल ताले लटके हुए है.
140 कर्मचारी हुए बेरोजगार
शहर में टॉकीजों के कुल 7 स्क्रीन बंद रहने के चलते पिछले 23 दिनों से करीब 140 कर्मचारी बेरोजगार है. साथ ही टॉकीजें बंद रहने का परिणाम कई छोटे-मोटे व्यवसायियों पर भी हो रहा है, जो टॉकीजों में फिल्म देखने हेतु आनेवाले दर्शकों पर निर्भर करते है. ऐसे में इन दिनों टॉकीजों के संचालकों द्वारा एनओसी प्राप्त करने हेतु सभी दस्तावेज जुटाने की तैयारी की जा रही है. किंतु फरवरी तक उन्हें एनओसी मिलना काफी हद तक कठीन है, ऐसा कहा जा रहा है.