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अमरावती को पर्यावरण संरक्षण में नंबर वन बनाना पहली प्राथमिकता

हर नागरिक दे सहयोग, अपने-अपने घर में लगाए केवल एक-एक पौधा

* अगली पीढी को हम दे सकते है स्वस्थ, सुंदर व हरा-भरा शहर
* नवनियुक्त मनपा आयुक्त देविदास पवार का कथन
* मंडल के साथ विशेष साक्षात्कार में बताया अपने कामों का नियोजन
अमरावती/दि.5- अंबानगरी स्वच्छ, सुंदर और सुशोभित करने के मानस के साथ पर्यावरण संरक्षण में नंबर 1 बनाना पहली प्राथमिकता रहेगी. शहर का हर नागरिक अपने-अपने घर में केवल एक पौधा लगाकर उसका जतन कर सहयोग करे तो हम अगली पीढी को हम स्वस्थ, सुंदर व हरा-भरा शहर दे सकते हैं, ऐसा नवनियुक्त मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने अमरावती मंडल के साथ विशेष साक्षात्कार में कहा. उन्होंने आयुक्त का पदभार संभालने के बाद शहर के विकास और मनपा की आय बढाने को लेकर बेबाक चर्चा की.
मनपा आयुक्त व प्रशासक देवीदास पवार ने कहा कि, अमरावती शहर काफी सुंदर व विभागीय हेडक्वॉर्टर है. यहां संभाग के पांचों जिलो से लोग आते हैं. इस कारण इस अंबानगरी को स्वच्छ, सुंदर, समृद्ध और सुशोभित करने के उनके प्रयास है. इसके लिए उनका नियोजन किया जा रहा है. स्वच्छता को लेकर समाधान न रहने की बात आयुक्त पवार ने की. उन्होंने कहा कि, अमरावती शहर को स्वच्छ व सुंदर रखने के लिए नागरिकों का सहयोग जरुरी है. मनपा के पास घर-घर से कचरा उठाने घंटागाडी की संख्या पर्याप्त नहीं है, लेकिन एक सप्ताह के भीतर इसका निश्चित रुप से नियोजन किया जाएगा. लेकिन नागरिकों ने गीला व सूखा कचरा सडक अथवा नालियों में नहीं फेंकना चाहिए. शहर के विकास कार्यो को लेकर अनुदान के लिए प्रस्ताव तैयार कर जनप्रतिनिधियों के सहयोग से उसे राज्य सरकार के पास भेजने की योजना भी रहेगी. 25 साल के बाद का नियोजन कर शहर का विकास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शहर को पर्यावरण संरक्षण में नंबर 1 बनाने की उनकी पहली प्राथमिकता है.
आयुक्त पवार ने कहा कि, अमरावती मनपा का पर्यावरण संरक्षण में तीसरा नंबर आया था. उसे पहले नंबर पर लाना है. मनपा क्षेत्र में ढाई लाख परिवार रहते हैं. सभी ने एक पौधा लगाया तो शहर में हरितक्रांति होगी. स्वच्छ शहर, सुंदर शहर और हरित शहर के लिए सभी का इसमें सहयोग जरुरी है. मनपा की तरफ से घर-घर में एक माह के भीतर सामाजिक संस्था व मनपा ठेका कर्मियों के जरिए पौधे दिए जाएंगे. उसका हर परिवार को जतन करना है. 25 वर्ष के बाद अमरावती शहर की किस तरह का रहेगा इस बाबत नियोजन किया जा रहा है. पवार ने यह भी कहा कि उन्हें पब्लिक का साथ मिला तो इंदौर शहर की तरह उन्हें इस अंबानगरी को साफ-सफाई में नंबर वन बनाना है. ताकि अगली पीढी को यह शहर स्वच्छ, सुंदर, समृद्ध व हरा-भरा दिखाई दें. शहर के विकास के संदर्भ में बताया कि, मनपा की आय बढाने के लिए संपत्ति कर के अलावा और किया जा सकता है इस बाबत वे अधिकारियों की बैठक लेकर उपाय योजना करेंगे. फिलहाल बारिश के दिन रहने से संक्रामक बीमारियों को रोकने के उनके प्रयास रहेंगे. मनपा के सभी दवाखानों में दवाईयों का भंडार है. साथ ही राज्य शासन की ‘आपला दवाखाना’ योजना के तहत अमरावती मनपा क्षेत्र में 12 दवाखाने शुरु किए गए है. 17 और दवाखाने शुरू करने की योजना है. सभी दवाखानों में मानधन पर प्राइवेट डॉक्टरों को रख नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा दी जा रही है. जहां आवश्यकता होगी वहां पद भरे जाएंगे. आगामी दिनों में 15 से 16 डॉक्टर के पद भरने की उनकी योजना है.

* मनपा स्कूलें होगी हाईटेक
मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने बताया कि, मनपा की शालाओं में अब पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष विद्यार्थियों की संख्या अधिक है. कक्षा 1ली से 10वीं तक के सभी विद्यार्थियों को स्पर्धा परीक्षा का पाठ पढाया जा रहा है. धीरे-धीरे मनपा शालाओं को हाईटेक किया जाएगा और आवश्यक सभी सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.

* सुको का निर्णय रहेगा मान्य
सुकली कम्पोस्ट डिपो के प्रदूषण के मामले में राष्ट्रीय हरित लवाद व्दारा 47 करोड रुपए का जुर्माना लगाया गया है. इसी प्रकरण की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. जहां बायोमायनिंग व प्रोसेसिंग यूनिट के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए अब सुको ने आगामी 24 जुलाई को मनपा आयुक्त को तलब किया है. इस संदर्भ में मनपा आयुक्त देवीदास पवार का कहना था कि मनपा न्यायालय में अपना पक्ष रखेगी अंत में सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय रहेगा वह उन्हें मान्य रहेगा.

* सिटी बस हर मार्ग पर चलेगी
मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने कहा कि, वर्तमान में शहर में सिटी बस की संख्या कम है. इस कारण शहर के कुछ मार्गो पर ही वह चल रही है. लेकिन शालाएं शुुरु होने और बारिश के दिन रहने से शहर की जनता और विद्यार्थियों की सुविधा के लिए अन्य बसेस को दुरुस्त कर उसे जल्द ही शहर के सभी मार्गो पर दौडाया जाएगा.

मनपा की नोटीस वैध
मनपा के वकील एड. जैन ने बताया कि कोर्ट के अंतिम फैसले में यह घोषित किया गया है कि प्लॉट नं. 87,121, 122, 124 न्यास के मालकी के रहने पर भी वह ले आऊट प्लान के तहत सार्वजनिक उपयोग के लिए एवं साईनगर के सभी नागरिकों हेतु निर्धारित है. न्यायाधीश ने स्पष्ट उल्लेख किया है कि उपरोक्त प्लॉट का उपयोग नक्शे में दिखाए मुताबिक सार्वजनिक उपयोग हेतु किया जाए. इसका उपयोग दूकानें बनाकर किराए से देने हेतु नहीं किया जा सकता. मनपा की नोटीस को भी कोर्ट ने वैध ठहराया.

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