चित्रकला स्पर्धा में पहला पुरस्कार यूनिक इंग्लिश स्कूल के अरमान अमजद खान को
दूसरा इनाम फ्रेंड्स उर्दू स्कूल की मंत्हरा अंविश व तीसरा इनाम जुबेदा उर्दू स्कूल की अदिबा शहेज़वील को मिला
स्कूल बचाओं समिती की ओर से 15 अगस्त को आयोजित की गयी थी स्पर्धा
अमरावती/ दि. 17- विद्यार्थियों में स्कूली स्पर्धाओं को लेकर रुची बढ़े, शिक्षा के प्रति रुझान बढ़े, पश्चिमी क्षेत्र स्थित शालाओं के विद्यार्थियों का स्कील डेवलपमेंट हो, स्पर्धा परिक्षा में आगे रहे, एकेडेमिक स्कूल को बचाने व पुराने अस्तित्व में लाने के मुख्य उद्देश्य लेकर भारतीय स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के अवसर पर अमरावती की एकेडेमिक स्कूल बचाओ समिति द्वारा भव्य चित्रकला स्पर्धा का आयोजन चांदनी चौक स्थित एकेडमिक हाईस्कूल मैदान में 15 अगस्त की दोपहर 1 बजे आयोजित किया गया. इस चित्रकला स्पर्धा में अमरावती शहर के पश्चिम क्षेत्र की विभिन्न शालाओं के विद्यार्थियों ने सहभाग लिया था। स्पर्धा में चित्रकला स्पर्धा में पहला पुरस्कार यूनिक इंग्लिश स्कूल के अरमान खान अमजद खान को प्राप्त हुआ तथा दूसरा इनाम फ्रेंड्स उर्दू स्कूल की मंतशा अंविश अब्दुल राशिद व तीसरा इनाम जुबेदा उर्दू स्कूल की अदिबा शहेज़वील शेख महेमूद को मिला. स्पर्धा में सफल हुए विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरुप डिक्सनरी व सायकिले भेंट की गयी.
एकेडमिक हाई स्कूल की बुनियाद 1876 की है। एकेडमिक हाई स्कूल यह ऐतिहासिक स्कूल है। ब्रिटिश काल से शुन्य डिग्री है। फिलहाल यह स्कूल अपने बदहाली पर रो रही है। यह स्कूल अब बंद होने के कगार पर है। इसी को संज्ञान में रखते हुए अमरावती स्कूल बचाओ समिति ने आगे आकर एकेडमी की स्कूल को दोबारा उसकी शान व शौकत के साथ शुन्य डिग्री रखने का इरादा किया। लोगों में जन जागृति लाने के लिए 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर चित्रकला स्पर्धा का आयोजन कर लोगों में यह संदेश दिया कि इस स्कूल को दोबारा से साजसज्जा के साथ शु डिग्री करना है। चित्रकला स्पर्धा में पहला पुरस्कार अरमान खान अमजद खान यूनिक इंग्लिश स्कूल, दूसरा पुरस्कार मंत्हारा अंविश अब्दुल राशिद फ्रेंड्स उर्दू स्कूल तथा तीसरा पुरस्कार अदिबा शहेज़वील शेख महेमूद जुबेदा उर्दू स्कूल ने प्राप्त किया. इन तिनों विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरुप सायकिले भेंट की गयी. चित्रकला स्पर्धा होने के बाद स्कूल बचाओ समिति द्वारा एक छोटा सा मार्गदर्शन कार्यक्रम रखा गया। जिसमें डॉ. असलम भारती, मजहर अली सर, अब्दुल राजिक सर, ने अपने विचार रखे। इसी तरह इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर अमरावती शहर की विधायक सुलभा खोडके तथा राष्ट्रवादी प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके, कॉग्रेस प्रदेश सचिव मो. आसिफ़ तवक्कल, एड. शोएब खान, नसीम खान पप्पू, याह्या खान पठान, सनाउल्लाह खान, नदीम मुल्लाह, अफसर बेग, अब्दुल नदीम, फहीम अहमद, आतिब खान के हाथों विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरण किया। कार्यक्रम का संचालन कमर राज ने किया। चित्रकला स्पर्धा को सफल बनाने में स्कूल बचाओ समिति के अध्यक्ष फिरोज खान कातीब, इमरान खान समाजवादी, सलिम जावेद खान उर्फ बबलुभाई, उमेर चाऊस, एम.ए.नसिम, इमरान अशरफी, डॉ. असलम भारती, तनवीर मिर्जा, शहाबुद्दीन खान, मोहम्मद शाकिर, इमरान खान मेडिकल वाले, मो. सोहेल, अहतेशामुलहक, जमिर सर, डॉ. आसिफ, इरशाद पठान, सलमान खान एटीएस, सईद खान, वसीम शाह, मतीन एकेडेमिक स्कूल के मुख्याध्यापक कमर सर ने अथक प्रयास किए. कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन डॉ. असलम भारती ने किया।
1988 की बेच व्दारा पुरस्कार
स्कूल बचाओं समिती की अथक मेहनत व स्कूल बचाने के प्रयास को देखते हुए इस शाला में पढ़ने वाले पूर्व छात्रों ने भी समिती के साथ कांधे से कांधा मिलाना शुरु किया है. जिसके चलते स्पर्धा में तिनों पुरस्कार एकेडमिक हाई स्कूल के 1988 के बैच के विद्यार्थियों की तरफ से स्पॉन्सर किया गया था. जिसमें हाजी लाइक वली टिंबर, हाजी अशफाक इंडियन टाइल्स, मोहम्मद रिजवान (सऊदी अरब), गुलाम कादिर (ऑस्ट्रेलिया) डॉ.इकबाल बेग, नसिर मंसूरी, सनाउल्लाह खान, साबिर भाई मेडिकल, कलीम सर इसराइल भाई ट्रांसपोर्ट, शाकिर भाई, फिरोज खान कातिब ने दिया.
दिया पर्यावरण-देशभक्ती का संदेश
चित्रकला स्पर्धा में मनपा स्कूलों सहित लगभग 35 निजी शालाओं के 118 विद्यार्थियों ने सहभाग लिया था. विद्यार्थियों ने अपने रंगों व ब्रश के माध्यम से विभिन्न तरह के चित्र बना कर देशभक्ती,पर्यावरण, वृक्ष संवर्धन,बेटी बचाओं, स्कूल बचाओं, जल बचाओं आदि संदेशों को देते हुए कैनवस पर अपने चित्रों को उकेरा.
27 विद्यार्थी हुए पुरस्कृत
चित्रकला स्पर्धा में स्कूल बचाओं समिती की ओर से तीन प्रमुख पुरस्कारों के साथ ही 4 विद्यार्थियों को बेस्ट चित्रकला पुरस्कार व 20 विद्यार्थियों को प्रोत्साहन स्वरुप पुरस्कार दिए गए. जिसमें से प्रथम, व्दितीय व तृतीय को सायकिल तथा चार विद्यार्थियों को डिक्शनरी तथा 20 अन्य बच्चों को प्रोत्साहन स्वरूप मेडल देकर पुरस्कृत किया गया.
शिक्षा पाने समिती करेगी मदद
आज के दौर में शिक्षा का महत्व बहुत बढ़ गया है. माना अब तेजी से तरक्की कर रहा है. इस दौर में जो पढ़ेगा वही आगे बढेगा. कोई मजबूरी कारण हो या अज्ञानता या बैकग्राउंड जो भी हो हर बच्चे को पढाई का अधिकार है. उसे वो दिलवाने की हमारी पहली कोशिश है. स्कूल बचाओं समिती की ओर अगर किसी बच्चे को शिक्षा ग्रहण करने में परेशानी आती है तो उसे पुरी तरह मदद की जाएगी. एकेडेमिक स्कूल में प्रवेश के लिए समिती व्दारा तरह तरह से जनजागृती की जा रही है.इसी के चलते लोगों में स्कूल के प्रति जनजागृती फैलने के लिए समिती की ओर से चित्रकला स्पर्धा का आयोजन किया गया. जिसमें भारी सफलता हमें मिली.
फिरोज खान कातिब (अध्यक्ष, स्कूल बचाओं समिती)