विदर्भ के प्रकल्पग्रस्तों का पहला प्रांतीय अधिवेशन 28 को शेगांव में
पत्रकार परिषद में विदर्भ बलिराजा प्रकल्पग्रस्त संघर्ष संगठन ने दी जानकारी
अमरावती/ दि. 24- विदर्भ बलिराजा प्रकल्पग्रस्त संघर्ष संगठना की तरफ से विदर्भ में पहलीबार प्रकल्पग्रस्त किसानों का पहला प्रांतीय अधिवेशन व महासम्मेलन बुलढाणा जिले के खामगांव रोड स्थित संत नगरी शेगांव के माउली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलॉजी में रविवार, 28 मई को आयोजित किए जाने की जानकारी संगठन के अध्यक्ष मनोज चव्हाण ने आज यहां आयोजित पत्रकार परिषद में दी.
मनोज चव्हाण और समिति के अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि रविवार, 28 मई को सुबह 11 से 5 बजे तक यह प्रांतीय अधिवेशन व महासम्मेलन का आयोजन किया गया है. विदर्भ के प्रकल्पग्रस्तों पर लगातार हो रहे अन्याय, जलसिंचन के नाम पर आवश्यकता न रहते कम भाव में सीधी खरीदी कर किसानों पर हुए अन्याय, लाखों प्रकल्पग्रस्त प्रमाणपत्र धारक सुशिक्षित युवको को शासकीय सेवा से वंचित रखने का अन्याय आदि अनेक संकट में डालकर उन्हें बेरोजगार रखा जा रहा है. विदर्भ के ऐसे प्रकल्पग्रस्तों को संगठित कर न्याय मिलने की दिशा में किस तरह ले जाया जा सकता है. इस मकसद से यह प्रथम प्रांतीय अधिवेशन व महासम्मेलन संत नगरी शेगांव में आयोजित किया गया है. सम्मेलन में विदर्भ से ही नहीं बल्कि संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य के हजारों प्रकल्पग्रस्तों ने अपने परिवार के साथ उपस्थित रहने का निर्णय लिया है. सम्मेलन में प्रकल्पग्रस्तों की विविध समस्याओं पर भी चर्चा की जायेगी और आगामी आंदोलन की दिशा निश्चित की जानेवाली है. साथ ही प्रकल्पग्रस्तों के विविध प्रस्ताव मंजूर किए जायेंगे. अधिवेशन में विविध क्षेत्र के नामांकितों का मार्गदर्शन मिलनेवाला है. पत्रकार परिषद में मनोज चव्हाण, सुनील घटाले, भूषण चौधरी, गौतम खंडारे, नीलेश ठाकरे, प्रशांत ठाकरे उपस्थित थे.