पहले टीके से सुन्न व दूसरे टीके से नाकाम हुआ हाथ
नांदगांव पेठ की घटना, 58 वर्षीय किसान हुआ अपाहीज
* इलाज पर निजी अस्पताल में खर्च हुए लाखों रूपये
नांदगांव पेठ/दि.13- इस समय समूचे देश में युध्दस्तर पर कोविड की महामारी से बचने हेतु कोविड प्रतिबंधात्मक टीकाकरण करवाया जा रहा है. किंतु इसी टीकाकरण की वजह से नांदगांव पेठ में रहनेवाले 58 वर्षीय किसान पर अपना हाथ गंवाने की नौबत आन पडी है. जानकारी के मुताबिक हरिदास सूर्यभान याउल ने 23 अप्रैल 2021 को स्वास्थ्य उपकेंद्र में जब कोविड वैक्सीन का पहला टीका लगाया था, तो उनका बाया हाथ काफी हद तक सुन्न हो गया था और जुलाई माह में दूसरा टीका लगाने के साथ ही उनके हाथ की पूरी हलचल बंद हो गई है. ऐसे में विगत आठ माह के दौरान उन्होंने अमरावती से लेकर नागपुर तक आठ अलग-अलग अस्पतालों में जाकर अपने हाथ का इलाज करवाया. किंतु लाखों रूपयों खर्च करने के बावजूद इसका कोई फायदा नहीं हुआ.
एक हाथ पूरी तरह से नाकाम हो जाने के चलते हरिदास याउल विगत आठ माह से बुरी तरह त्रस्त हो गये है. साथ ही वे छोटे-मोटे कामों के लिए अब दूसरों पर आश्रित हो गये है. इस पुरे मामले को लेकर स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों को सूचित किया जा चुका है. किंतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक इस विषय को लेकर कोई स्पष्टीकरण भी नहीं दिया गया है.