पांच दिनों का सप्ताह ; काम की गति धीमी?
जिला परिषद में कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक बंद ही; हाजिरी पत्रक पर किए जाते हैं हस्ताक्षर
अमरावती/दि.13– केंद्र सरकार की तर्ज पर राज्य सरकार ने भी शासकीय कर्मचारियों के कामकाज का सप्ताह पांच दिनों का किये जाने के साथ ही कर्मचारियों को उनके काम के घंटे बढ़ाकर दिये गए हैं. मात्र कर्मचारियों को पांच दिन ही काम करना होगा फिर भी प्रत्येक शासकीय कामकाज की धीमी गति कायम है.
जिला परिषद के मुख्यालय में 12 से 13 विविध विभाग होकर साधारणतः 400 से 500 कर्मचारी मुख्यालय में काम करते हैं. मुख्यालय होने के कारण सहज रुप से यहां पर काम का तनाव अधिक होने पर भी निपटारा न होने का सुर हमेशा ही सुनाई देता है.
* स्थल जिला परिषद अमरावती
समय सुबह 9.45; उपस्थित कितने?
जिला परिषद के कामकाज का समय सुबह 9.45 से 10 बजे का है फिर भी पांच से दस मिनट देरी तक कर्मचारियों को छूट है. मात्र, प्रत्यक्ष जांच में बायोमेट्रीक बंद है. स्वाक्षरी मस्टर पर भी हस्ताक्षर करने के लिए दौड़धूप कर कार्यालय में उपस्थित रहने वाले कर्मचारियों ने फिर से देरी से आने की शुरुआत की.
* कामकाज पर असर
कर्मचारियों के देरी से आने व जल्दी जाने की गड़बड़ी से कामकाज पर असर होते दिखाई दे रहा है. जिस पर उपाय के रुप में शीघ्र ही बंद पड़ी बायोमेट्रिक उपस्थिति का प्रयोग फिर से किया जाएगा. इसलिए इस प्रक्रिया को अच्छा प्रतिसाद मिला था. लेकिन यह प्रयोग कोरोना प्रादुर्भाव रोकने के लिए तुरंत स्थगित किया गया है.
* अधिकांश कर्मचारी समय पर हाजिरी लगाते हैं. कामकाज पर खास असर नहीं. कुछ फिल्ड पर होने से वे परस्पर रवाना होते हैं. कोरोना के कारण बायोमेट्रिक मशीन बंद है.
– तुकाराम टेकाले, डेप्युटी सीईओ
* समय 6.15 बजे उपस्थित कितने?
6.15 बजे तक कामकाज होने पर भी 5.30 बजे से अनेकों को निकलने की जल्दी होते दिखाई देते हैं. दूर रहने वालों ने कार्यालय छोड़ दिया था.
* कुछ ही लोग देरी से
जिला परिषद के सभी कर्मचारी जल्दी घर जाते हैं, ऐसा नहीं, कुछ विभागों के कर्मचारियों को हर रोज अतिरिक्त दो से तीन घंटे रुककर काम करना पड़ता है.