अमरावती

बुंदेलखंडी भजनों से पांच दिनों की उपासना का समापन

ढफली और बाँसुरी बजाते हुये मंदिरो मे किया जलाभिषेक

  • बुंदेलखंडी समाज की प्राचीन परंपरा अब भी कायम

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१७ – मसान गंज परिसर के बुंदेलखंडी समाज व्दारा अपनी प्राचीन संस्कृती व परंपराओं का पूरी तरह से जतन किया जा रहा है. बुंदेलखंडी समाज में आज भी अपनी परंपराएं और संस्कृती कायम है. बुंदेलखंडी समाज में वर्षो से चली आ रही पानी के लिए इंद्र देव को मनाने की इस प्रथा को आज भी कायम है और वे इसे बडी श्रद्धा के साथ मना भी रहे है.
बुंदेलखंडी समाज व्दारा मंगलवार से पांच दिवसीय उपासना का आयोजन किया गया था. जिसमें समाज की सभी महिलाओं ने एकत्रित होकर देवी मंदिरो मे जलाभिषेक किया. उपासना के आखरी पाँचवे दिन आज शनिवार को पूरी श्रद्धा व निष्ठा के साथ इसका समापन किया गया. उपासना के संदर्भ में धिरज बसेरिया ने बताया कि हर साल सभी बुंदेलखंडी समाज की महिलाएं मसानगंज क्षेत्र से सर पर कलश रख ढफली और बाँसुरी बजाते हुये शोभायात्रा निकालकर इंद्र देव को बुंदेलखंडी भजनो से मनाने के लिए आराधना करती है.
इस श्रृंखला में रेल्वे स्टेशन परिसर स्थित मरी माता मंदिर, शीतला माता मंदिर, छोटी माता मंदिर, काटे पूर्णा माता मंदिर, आसरामाता मंदिर, काली माता मंदिर में जलाभिषेक किया गया और अंत मे बिजासेन माता मंदिर होम हवन के साथ व प्रसाद का वितरण कर पांच दिनों की उपासना का समापन किया गया. इस अवसर पर सभी महिलाओं ने भगवान इंद्र और देवी मां से अच्छी बारिश की और अच्छी फसलों की कामना की.
इस कार्य को सफल बनाने हेतु दीपा साहू, मनीषा उसरेटे,मीना गुप्ता, उमा साहू ,विनीता बिजोरे, मंजु बसेरिया, हर्षा साहू,ज्योति साहू,ललिता साहू, ललिता गुप्ता, निशा साहू, पुजा साहू, नेहा साहू, नीलम साहु, छाया साहू,पिकि साहू, शितल साहू, रेखाबाई, किरण बाई, नीलम साहू, सुषमा बिजोरे, रीना साहू,कोमल बसेरिया, काजल श्रीवास्तव,भगवती साहू, ममता साहू दीप्ति गुप्ता, रोशनी गुप्ता, गंगा बाई चढ़ार, विजेता साहू, सपना साहू, हीरा बाई अहेर वार, विमला अहेरवार, लक्ष्मी अहेरवार, रीना अहिरवार, पुजा बसेरिया, उषा साहू लीला साहू, माया कुशवाह, प्रमिला बसेरिया सहित क्षेत्र की सभी महिलाओं ने अथक प्रयास किए.

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