पांच वर्ष बाद इस बार मार्च सबसे ‘हॉट’
अगले पांच दिनों तक रह सकती है तेज ग्रीष्म लहर
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* कल तापमान रहा 41 डिग्री सेल्सियस से अधिक
अमरावती/दि.29– विगत चार दिनों तक रहे बदरिले मौसम के खत्म होते ही अब तापमान ने एक बार फिर उछाल भरनी शुरू की है और गत रोज पारा एक बार फिर 41 डिग्री सेल्सियस के स्तर से उपर जा पहुंचा. वही आगामी पांच दिनों तक तेज व भीषण गर्मी पडने की संभावना है. जब पारा 42 से 43 डिग्री सेल्सियस के स्तर को भी छू सकता है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, करीब पांच वर्ष के अंतराल पश्चात इस बार मार्च माह सबसे अधिक गर्म रहा.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए स्थानीय मौसम विशेषज्ञ प्रा. अनिल बंड ने बताया कि, इस समय छत्तीसगढ से तमिलनाडू के बीच 900 मीटर की उंचाई पर कम दबाववाली द्रोणिय व खंडित चक्रावात की स्थिति है. जिसकी वजह से विदर्भ क्षेत्र में वातावरण सूखा व उष्ण बना रहने तथा रात के समय 22 से 23 डिग्री सेल्सियस तक तापमान रहने की संभावना है. साथ ही अगले चार दिनों के दौरान विदर्भ क्षेत्र के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस का इजाफा भी हो सकता है. गत रोज जहां पारा 41 डिग्री सेल्सियस के स्तर तक जा पहुंचा था, वहीं आज भी अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस से उपर ही रहा. साथ ही आगामी चार-पांच दिनों के दौरान तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. ऐसे में आगामी चार-पांच दिनों तक तेज धूप व भीषण गर्मी पडने की पूरी संभावना है.
* विगत पांच वर्षों में मार्च माह की स्थिति
वर्ष तापमान (डिसे)
2016 34 से 40
2017 33 से 42
2018 33 से 40.5
2019 33 से 40
2020 33 से 36
2021 35 से 41
2022 33 से 42
* संभाग में औसत तापमान 41.4 डिग्री, अकोला रहा सबसे गर्म
जिला अधिकतम न्यूनतम
अमरावती 41.4 21.7
अकोला 42.9 23.2
बुलडाणा 40.0 25.0
यवतमाल 41.0 20.0
वाशिम 41.5 22.0
औसत 41.4 22.4
* कृषि व स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
विगत एक सप्ताह से लगातार उछाल भर रही गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य एवं कृषि विभाग द्वारा आम नागरिकोें व किसानों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. जिसमें तेज धूप व भीषण गर्मी के साथ-साथ उष्माघात जैसी स्थिति से बचे रहने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये है. इसके तहत कहा गया है कि, दोपहर के समय तेज धूप रहने के दौरान नागरिकों व किसानों ने खुले में जाकर कोई काम नहीं करना चाहिए. साथ ही पालतु मवेशियों को भी छांववाली ठंडी जगह में रखा जाना चाहिए. इसके अलावा पालतु मवेशियों के लिए भरपूर चारे व पानी की व्यवस्था की जानी चाहिए. साथ ही हर किसी ने खुद भी भरपूर मात्रा में शुध्द व साफ पेयजल के साथ-साथ स्वास्थ्य वर्धक शीतपेयों का सेवन करना चाहिए.
* विहिगांव में उष्माघात से गई मजदूर की जान
समीपस्थ अंजनगांव सूर्जी तहसील अंतर्गत कालवाडा खेत परिसर में काम कर रहे विहिगांव निवासी अनिल बालकृष्ण अभ्यंकर नामक 42 वर्षीय खेतीहर मजदूर की विगत रविवार को उष्माघात के चलते मौत हो गई. पता चला है कि, रविवार की दोपहर अनिल अभ्यंकर हमेशा की तरह दोपहर के समय बकरियों को चराने के साथ ही खेत मजदूरी का काम कर रहा था, जो दोपहर पश्चात गांववासियों को खेत परिसर में मृत दिखाई दिया. प्राथमिक अनुमान के मुताबिक अनिल अभ्यंकर की मौत उष्माघात के चलते होने की संभावना जतायी गई है. जिसके संदर्भ में पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद विस्तृत जानकारी मिलेगी.
* रास्ते व बाजार होने लगे सुनसान, कूलर की मांग में हुआ इजाफा
तेजी से बढ रही गर्मी और आसमान से बरस रही आग की वजह से इन दिनों दोपहर 12-1 बजे के आसपास शहर सहित जिले में सभी सडकें और बाजार क्षेत्र सुनसान दिखाई देने लगते है. साथ ही साथ लोगबाग दोपहर से पहले अथवा शाम के बाद अपने जरूरी कामों को करने का नियोजन करते है. वही इन दिनों गर्मी का असर बढ जाने की वजह से घरों एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों में कूलर लगने का दौर शुरू हो गया है. जिसके चलते अब कूलरों की मांग भी काफी अधिक बढ गई है.