* मनपा को शुल्क देने में गुरेज
* अनधिकृत होर्डिंग पर कार्रवाई कब?
अमरावती /दि.7- अनधिकृत होर्डिग्ज, व्यावसायिक फलक और इसके साथ ही राजनीतिक नेताओं के जन्मदिन के फलक से शहर में जहां-वहां विद्रुप का नजारा है. फ्लैक्स लगाने वाले नेताओं ने उडान पुल और पेडों को भी नहीं बख्शा है. यह ट्रेंड गलियों तक जा पहुंचा है. जिससे खासोआम में मांग उठ रही है कि, अनधिकृत होर्डिंग्ज पर कार्रवाई कब होगी? मनपा छोटे दुकानदारों और हॉकर्स पर धडल्ले से डांट डपटकर कार्रवाई करती है. फिर आधे से अधिक फ्लैक्स अनधिकृत रहने पर भी कार्रवाई क्यों नहीं की जाती? ऐसा प्रश्न लोग उपस्थित कर रहे है.
* मनपा का सुविधानजक दुर्लक्ष
शहर में देखा जाये, तो अधिकांश होर्डिंग्ज अवैध है. मनपा इस ओर से आंखें मुंदे बैठी है. उसका इरादा सुविधाजनक दुर्लक्ष का है. यानि देखकर अनदेखा करना है. फलक के बारे में शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती.
* बडा फ्लैक्स
कुछ मामलों में संगठन और दल फ्लैक्स लगाने की अनुमति बाजार परवाना विभाग से लेते है. उसका शुल्क अदा करते है. मगर जीतनी बडी फ्लैक्स की इजाजत ली जाती है. उससे अधिक बडा पोस्टर बैनर लगा दिया जाता है.
* घटी मनपा की आय
बाजार परवाना विभाग के 90 प्रतिशत मामले न्यायप्रविष्ट है. अनेक प्रकरण विवादास्पद है. कई विज्ञापन एजेंसियों के विषय में प्रशासन को निर्णय लेना है. फलस्वरुप पूरे शहर में अवैध होर्डिंग्ज लगे हुए है. आमदनी 2 करोड पर रुक गई है. विभाग के अधिक्षक उदयराव चव्हाण ने कहा कि, न्यायालयीन निर्णय और तकनीकी दिक्कतों के कारण संबंधित एजेंसी का लाईसेंस मनपा से नूतनीकरण नहीं किया गया. ऐसे में होर्डिंग्ज पर कार्रवाई अभी भी रुकी हुई है.
* फौजदारी का प्रावधान
अवैध होर्डिंग्ज लगाने वालों पर मनपा का बाजार परवाना विभाग जुर्माना सहित फौजदारी कार्रवाई भी कर सकता है. किसी एजेंसी का लाईसेंस भी रद्द किया जा सकता है. लोगबाग अवैध होर्डिंग्ज के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे है.