अमरावती

जिले में बाढ और बारिश से बर्बादी

1100 घरों में घुसा बाढ का पानी

* 1500 नागरिकों को किया गया स्थलांतरित
* 426 घरों को पहुंचा नुकसान
* 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें बर्बाद
* पहली ही मुसलाधार ने किया जनजीवन अस्त-व्यस्त
अमरावती/दि.7- विगत सोमवार को आधी रात पश्चात हुई जोरदार बारिश की वजह से अमरावती, तिवसा, मोर्शी, चांदूर बाजार, चिखलदरा व धामणगांव रेल्वे इन पांच तहसीलों में बाढ सदृश्य स्थिति बनी. जिसके चलते इन पांचों तहसीलों के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में स्थित करीब 1 हजार 100 घरों में बाढ का पानी घूसा. जिससे इन घरों में रखे जीवनोपयोगी साहित्य का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ. साथ ही गांवों में बाढ का पानी घुस जाने की वजह से करीब 1500 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर स्थलांतरित किया गया. वहीं बाढ और बारिश के चलते जहां 426 घरों का अंतश: नुकसान हुआ है, वहीं करीब 5 हजार हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुआई बर्बाद हुई है.
बता दें कि, जारी सप्ताह के प्रारंभ से झमाझम बारिश का दौर शुरू हुआ और विगत सोमवार की रात जारी मौसम में पहली बार जिले में चहुंओर मुसलाधार बारिश हुई है, लेकिन इस बारिश ने भीषण गर्मी से राहत देने के साथ-साथ बडे पैमाने पर मुश्किलें भी बढा दी है. क्योंकि इस पहली ही बारिश की वजह से जिले में कई स्थानों पर बाढ सदृश्य हालात बन गये. जिसके बाद राजस्व विभाग द्वारा बाढ और बारिश की वजह से हुए नुकसान का पंचनामा करने की शुरूआत की गई. इस पंचनामे की रिपोर्ट के मुताबिक तिवसा राजस्व मंडल में 80 बाढ प्रभावितों को संत सोटागिर महाराज देव स्थान में तथा वरखेड के 105 बाढ प्रभावितों को तारखेड ग्रामपंचायत भवन में रखा गया है. इन दोनों राजस्व मंडलों के 268 घरों में बाढ का पानी जा घुसा. जिसकी वजह से 12 घरों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ और 1300 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें बर्बाद हुई. इसके अलावा चांदूर बाजार की तीन कालोनियोें और 390 घरों में बाढ का पानी घुसा. यहां रहनेवाले परिवारों को नगर परिषद उर्दू शाला तथा टाउन हॉल में स्थलांतरित किया गया है. वहीं चिखलदरा तहसील में गिरगुटी-खोंगडा रास्ता पानी के तेज बहाव की वजह से बह गया. साथ ही कामापुर, अंबापाटी, टेकडा, नागझिरा व जामली आदि गांवों में फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान होने का अनुमान जिला प्रशासन द्वारा व्यक्त किया गया है.

* अमरावती तहसील में 324 घरों का नुकसान
अमरावती तहसील में अतिवृष्टि के चलते सावंगा से अंतोरा के बीच डेढ किलोमीटर की सडक क्षतिग्रस्त हुई. साथ ही डवरगांव से गुजरनेवाले नाले का पानी आसपास स्थित खेतों में जा घुसा. डवरगांव सहित माहुली, शिराला, नवसारी तथा वलगांव राजस्व मंडल में 3,745 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र की बुआई बर्बाद हुई है. वहीं माहुली व शिराला राजस्व मंडलों में 324 घरों को बाढ व बारिश के पानी की वजह से नुकसान पहुंचा है.

* धामणगांव रेल्वे में खेत बन गये तालाब
धामणगांव रेल्वे तहसील के वकनाथ से होकर गुजरनेवाले नाले में आयी बाढ की वजह से बोरगांव निस्ताने, दिघी महल्ले, सोनोरा काकडे, गोकुलसरा, खानापुर एवं सलाबतपुर गांव के खेतों में जल जमाव की स्थिति बन गई. साथ ही खोनाड नाले में आये बाढ का पानी खेतों में जा घुसने की वजह से करीब 200 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुआई बर्बाद हुई. इसके अलावा नायगांव, जान्हापुर, मफलतपुर तथा मल्हारकोनेर गांवों में भी फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है.

* मोर्शी में तीन हजार हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित
मोर्शी तहसील के नेरपिंगलाई, शिरलस, राजुरवाडी, कवठाल, पोरगव्हाण, पुसला, आखतवाडा, काटसूर तथा पातूर गांवों का अन्य इलाकों से संपर्क पूरी तरह से टूट गया था. इन गांवों के 257 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर स्थलांतरित किया गया. वहीं इन गांवों में बाढ की वजह से 3007 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों की बर्बादी हुई. साथ ही 572 घरों में बाढ का पानी घुसा. जिसके चलते 40 घरों का अंशत: नुकसान हुआ है.

* नांदगांव पेठ, देवरा, देवरी, दाभेरी व वालकी गांव भी प्रभावित
सोमवार की रात हुई मुसलाधार बारिश की वजह से नांदगांव पेठ सहित नांदगांव पेठ, देवरा, देवरी, दाभेरी व वालकी गांव में बडे पैमाने पर नुकसान हुआ और आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हुआ. इस परिसर के खेतों में बारिश की वजह से जलजमाव हो जाने के चलते बडे पैमाने पर खरीफ फसलों की बुआई बर्बाद हुई है. इसके अलावा नांदगांव पेठ के पावर हाउस परिसर में नाली के लिए खोदे गये गढ्ढे में बारिश का पानी जमा हो जाने के चलते परिसरवासियों के घर मेंं पानी भर गया. जिसे लेकर लोगोें ने अपना संताप व्यक्त किया है.

* पूर्व मंत्री ठाकुर तथा सेना के जिला प्रमुख वानखडे ने किया दौरा
– आकांक्षा ठाकुर भी आयी सहायता के लिए आगे
तिवसा तहसील में बाढ और बारिश की वजह से हुए नुकसान का राज्य की पूर्व मंत्री एड. यशोमति ठाकुर तथा शिवसेना के जिला प्रमुख राजेश वानखडे ने अलग-अलग दौरा करते हुए मुआयना किया. इसके तहत दोनों नेताओं ने विगत दो दिनों के दौरान करीब 17 से 18 गांवों में जाकर बाढ व बारिश के चलते हुए नुकसान का जायजा लिया तथा प्रभावितों को ढांढस बंधाने के साथ ही प्रशासन को जल्द से जल्द पंचनामे की कार्रवाई करने का निर्देश दिया.इसके अलावा पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर की बेटी आकांक्षा ठाकुर भी इस समय बाढ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रही है. जिसके तहत उन्होंने नेरपिंगलाई गांव में बाढ व बारिश की वजह से हुए नुकसान का जायजा लेते हुए जरूरतमंद बाढ प्रभावितों को अनाज व किराणा सहित जीवनोपयोगी साहित्य का वितरण किया.

* बाढ प्रभावित गांवों में बीमारियां न फैल पायें
– जिलाधीश पवनीत कौर ने जारी किये निर्देश
जिले के बाढ प्रभावित गांवों में राहत एवं पुनर्वसन का काम करते समय इस बात को लेकर विशेष ध्यान दिया जाये कि, वहां पर किसी भी तरह की वर्षाजनीत संक्रामक बीमाारियां पांव न फैला पाये, इस आशय का निर्देश जिलाधीश पवनीत कौर ने संबंधित विभाग प्रमुखों को दिये है. स्वास्थ्य सेवा संचालनालय के निर्देशानुसार अपने कक्ष में बुलाई गई बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधीश पवनीत कौर ने कहा कि, बाढग्रस्त गांवोें में वैद्यकीय अधिकारियों व स्वास्थ्य कर्मचारियों का पथक भेजा जाना चाहिए और इस पथक में कम से कम 2 महिला व 2 पुरूष कर्मचारियों का समावेश रहना चाहिए. इसके अलावा वैद्यकीय अधिकारियों ने बाढग्रस्त इलाकों का दौरा करते हुए वहां पर स्वास्थ्य पथक की सेवा को चौबीसों घंटे तैनात रखना चाहिए. इन क्षेत्रों में औषधोपचार करने के साथ-साथ नागरिकों को शुध्द व साफ पेयजल की आपूर्ति, गांव परिसर की साफ-सफाई आदि की ओर भी विशेष तौर पर ध्यान दिया जाना चाहिए. जिसके तहत गांव में कीटनाशकों का छिडकाव करने के साथ-साथ ब्लिचिंग पाउडर व क्लोरिन टैबलेट का वितरण किया जाना चाहिए.

* चांदूर बाजार में रेस्क्यू टीम ने बचाई तीन लोगों की जान
– ट्रैक्टर की मदद से गर्भवती महिला को निकाला बाढ से बाहर
– गर्भवती महिला ने दिया स्वस्थ बच्चे को जन्म
विगत सोमवार की आधी रात से शुरू हुए बारिश के चलते चांदूर बाजार तहसील के खरवाडी गांव में पुल के उपर से बाढ व बारिश का पानी बह रहा था. जिसके चलते इस रास्ते पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप्प हो गई थी. ऐसे में लोगबाग दोनों ओर फंस गये थे. इसी दौरान तलवेल गांव निवासी एक महिला को प्रसव पीडा होनी शुरू हो गई, जिसे तुरंत अस्पताल ले जाना जरूरी था, लेकिन तेज बारिश व बाढ की वजह से तलवेल गांव का संपर्क अन्य गांवों से टूट गया था. इसकी जानकारी मिलते ही तहसीलदार धीरज स्थूल ने जिलाधीश कार्यालय की जिला रेस्क्यू टीम को सहायता के लिए बुलाया. जिसने तुरंत मौके पर पहुंचकर गांववासियों की सहायता से इस महिला को ट्रैक्टर में बिठाकर पुलिया के दूसरी ओर खडे एम्बुलन्स वाहन तक पहुंचाया. पश्चात इस महिला को अमरावती स्थित जिला महिला अस्पताल में भेजकर भरती कराया गया. जहां पर इस महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. इसी दौरान इस रेस्क्यू टीम ने बाढ के पानी में बहनेवाले 10 वर्षीय बच्चे सहित एक बाईक सवार को भी सकुशल बाढ के पानी से बाहर निकाला.

* मुर्तिजापुर की पेढी नदी में बाढ
– कई गांव बाढ के पानी में घिरे
बीते सोमवार व मंगलवार को हुई मुसलाधार बारिश के चलते मुर्तिजापूर तहसील से होकर बहनेवाली पेढी नदी में बाढ आयी हुई है. जिसके चलते इस तहसील के कई गांव बाढ के पानी से घिर गये है और तहसील क्षेत्र में अनेकों स्थानों पर जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. साथ ही साथ खेती-किसानी का भी बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. बाढ के पानी से घिरे कई गांवों के लोगों को प्रशासन द्वारा सुरक्षित स्थानों पर स्थलांतरित किया गया है.

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