अमरावती

विवाह समारोह के चलते फूलों के दाम बढे

4 हजार रुपयों तक बनती है वरमाला

* मंडप की सजावट पर होता है 1 लाख तक खर्च
* पुणे, मुंबई व बंगलुरु से मंगाए भेजे जाते है फूल
अमरावती/दि.10 – इस समय विवाह समारोहों के आयोजनों की धामधूम चल रही है. जिससे फूलों के बाजार में अच्छी-खासी तेजी देखी जा रही है और फूलों की मांग बढ जाने के चलते फूलों के दामों में दोगुना इजाफा हो गया है. उल्लेखनीय है कि, विवाह समारोह में आकर्षण का केंद्रबिंदु रहने वाले दुल्हा-दुल्हन के स्टेज को सजाने हेतु बडे पैमाने पर फूलों की सजावट की जाती है. इस कार्य में निशिगंधा, जरबेरा, गेंदा, मोगरा व गुलाब जैसे फूलों का बडे पैमाने पर प्रयोग होता है. जिसके चलते इन सुगंधी फूलों की वैवाहिक सीजन के दौरान अच्छी-खासी मांग रहती है ऐार मांग बढने के साथ ही इन फूलों के दाम भी बढ जाते है.
जानकारी के मुताबिक इस समय जरबेरा के फूल 50 से 70 रुपए, गुलाब के फूल 50 से 80 रुपए, कार्नेशियन के फूल 100 से 150 रुपए तथा ऑर्किड के फूल 600 रुपए प्रति बंडल के दाम पर मिल रहे है. वहीं गेंदे के फूल 30 से 50 रुपए तथा शेवंती के फूल 50 रुपए प्रतिकिलो के दाम पर है. इस समय पुणे, सासवड, पुरंदर, पारनेर, वाई व सातारा आदि स्थानों से फूलों की आवक हो रही है.
* मंडप की सजावट में लाख रुपए के फूल
विवाह समारोह में आकर्षण का केंद्रबिंदू रहने वाले दुल्हा-दुल्हन के स्टेज को शानदार ढंग से सजाने के लिए बडे पैमाने पर फूलों का उपयोग किया जाता है. जिसमें करीब 1 लाख रुपए तक का खर्च बडे आराम से हो जाता है.

* जिले में भी होती है. फूलों की खेती
जिले में फूलों की खेती के लिए योग्य मौसम व वातावरण नहीं रहने के चलते बडे पैमाने पर फूलों का उत्पादन नहीं किया जाता है. परंतु लोणटेक, रेवसा व अंजनगांव सुर्जी के कुछ हिस्सों में गेंदा, लिली व शेवंती जैसे चुनिंदा फूलों की खेती होती है.

* बाहरी जिलों से होती है आवक
अमरावती जिले के साथ ही समूचे विदर्भ क्षेत्र में फूलों की खेती का प्रमाण काफी हद तक कम है. ऐसे में नासिक, मुंबई, पुणे व बंगलुरु जैसे बाहरी जिलों से ट्रैवल्स के जरिए फूलों को अमरावती पहुंचाया जाता है.

* फूलों से सजती है दल्हे राजा की कार
वैवाहिक सीजन के दौरान वाहन सजाने से लेकर मंच को सजाने तक फूलों का बडे पैमाने पर प्रयोग किया जाता है. वाहन के दोनों ओर फूलों की झालर व बुके का प्रयोग करते हुए सजावट की जाती है. साथ ही मंच पर भी फूलों से विविध तरह की डिझाइन साकार की जाती है. ऐसे में विवाह समारोह के लिए फूलों की मांग में अच्छा-खासा इजाफा हो जाता है और मांग बढ जाने के चलते फूलों के दाम भी बढ जाते है.

* बेहद महंगे होते हैं हार
इन दिनों बाजार में दुल्हा-दुल्हन के लिए वरमाला हेतु विभिन्न तरह की डिझाइन वाले आकर्षक हार उपलब्ध रहते है. जिन्हें बनाने में काफी मशक्कत भी करनी पडती है. जिसके चलते गुलाब की पंखुडियों और गुलाब के फूल का हार 2 से 3 हजार रुपए प्रति नग एवं सदाफूली का हार साढे 3 हजार से 4 हजार रुपए प्रति नग की दर पर बिकता है. वहीं स्टेज सहित मंडप में फ्लॉवर डेकोरेशन करने के लिए भी लाखों रुपए का खर्च बडे आराम से हो जाता है.

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