अमरावती

इर्विन अस्पताल में फॉलिक एसिड की किल्लत

एक माह से उपलब्ध नहीं है गोलिया

  • मरीजों को बाहर से दिलवायी जा रही दवाई

अमरावती/दि.26 – स्थानीय जिला सामान्य अस्पताल में विगत एक माह से सिकलसेल, थैलीसीमिया व एनिमिया से पीडित मरीजों हेतु बेहद जरूरी रहनेवाली फॉलिक एसिड की गोलियों की किल्लत चल रही है. ऐसे में इस अस्पताल में यह दवाई लेने हेतु आनेवाले मरीजों व उनके रिश्तेदारों को निराश होकर लौटना पड रहा है, वहीं बेहद जरूरत में रहनेवाले मरीजों को अधिकारियों के पत्र के आधार पर बाहर से यह दवाई उपलब्ध करवायी जा रही है.
बता दें कि, जिन मरीजों के शरीर में रक्त बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है. ऐसे मरीजों को यह दवाई रोजाना लेनी पडती है. इस दवाई पर होनेवाला खर्च सामान्य व्यक्ति की हैसियत से बाहर होता है. ऐसे में सरकार द्वारा जिला सामान्य अस्पताल में प्रतिमाह मरीजों को इस दवाई के साथ ही रक्त नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है. जिसके तहत समूचे जिले में उपरोक्त बीमारियों से पीडित रहनेवाले मरीजों सहित किशोरवयीन लडके-लडकियों को भी समूपदेशन के साथ फॉलिक एसीड की गोलिया जरूरत के मुताबिक वितरित की जाती है. किंतु विगत एक माह से जिला सामान्य अस्पताल में फॉलिक एसिड की गोलिया उपलब्ध नहीं है. जिसे लेकर सिकलसेल विभाग के डॉ. सरदार ने सीएस डॉ. निकम के मार्गदर्शन में औषधी भंडार अधीक्षक योगेश वाडेकर को दवाईयों की जरूरत के बारे में पत्र लिखा है.

  • फॉलिक एसिड नामक दवाई केवल डे केयर सेंटर में ही उपयोगी साबित होती है और मांग के अनुसार दवाईयों की आपूर्ति की जा रही है. किंतु इस महिने में प्लेन फॉलिक एसिड की गोलिया उपलब्ध नहीं हुई है. जिससे वरिष्ठों को अवगत कराते हुए डिमांड नोट भेजी गयी है.
    – योगेश वाडेकर
    अधिक्षक, औषध भंडार गृह, इर्विन अस्पताल

प्लेन फॉलिक एसिड गोलियों की कमी

फॉलिक एसिड में नॉर्मल व आयरन युक्त ऐसे दो प्रकार की दवाईया होती है. जिसमें से प्लेन फॉलिक एसिड की गोलिया प्रतिमाह नियमित तौर पर 350 मरीजों को देनी पडती है और मरीजों को रोजाना एक गोली लेनी होती है. ऐसे में हर महिने प्लेन फॉलिक एसिड की 10 हजार गोलियों की जरूरत पडती है. इस जरूरत के लिहाज से मार्च माह में यह गोलिया बाहर से उपलब्ध करानी पडी.

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