अमरावती/दि.23 – आझादी के अमृत महोत्सव पर्व पर 13 से 15 अगस्त तक सर्वत्र हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाएगा. जिले के सभी नागरिक अपने-अपने घर, दूकान, प्रतिष्ठान, कार्यालय पर ध्वजसंहिता का पालन कर शान से राष्ट्रध्वज तिरंगा फहराएं, यह जाहीर अपील जिलाधीश पवनीत कौर ने की. राष्ट्रध्वज फहराते वक्त ध्वज का अवमान ना हो, इसका पूरा ख्याल रखने की सुचना भी प्रशासन द्बारा दी गई है.
* ऐसी है ध्वजसंहिता
ध्वजसंहिता अनुसार राष्ट्रध्वज तिरंगा हाथ से बुना हुआ, या मशीन से तैयार किया हुआ रहना चाहिए, सुत, पॉलिस्टर, सिल्क, खादी या लोकर से तैयार तिरंगा फहरा सकते है, लेकिन प्लास्टिक या पेपर से निर्मित राष्ट्रध्वज फहराने पर बैन है. राष्ट्रध्वज तिरंगा का आकार आयताकृती रहना अनिवार्य है. यह आकार 3 बाय 2 के प्रमाण में रहना अनिवार्य है. ध्वज फहराते समय मौसम कैसा भी हो, तो भी सुर्योदय से सुर्यास्त तक ध्वज फहरना चाहिए. 13 अगस्त से 15 अगस्त के तीनों दिन राष्ट्रध्वज रोज सुबह फहराया जाए व सुर्यास्त के समय समयपर उतारा जाये. राष्ट्रध्वज उतारने के बाद उसे व्यवस्थित सुरक्षित जगहों पर रखे. तिरंगा फहराते वक्त यह ध्यान रहे कि, ध्वज का केशरी रंग उपर व हरा रंग नीचे जमीन की दिशा मेें रहना चाहिए. इसमें चुक करने पर उसे राष्ट्रध्वज का अपमान समझा जाता है. राष्ट्रध्वज फहराते वक्त ध्वजस्तंभ पर सबसे उपर फहराना चाहिए. स्तंभ के मध्य या अन्य जगह पर राष्ट्रध्वज ना फहराएं. राष्ट्रध्वज को फहराते वक्त उसे सजाने के लिए किसी भी वस्तुओं का उपयोग नहीं करें, ध्वज फहराने से पहले उसमें फुलों की पंखुडियां रख सकते है. राष्ट्रध्वज उतारते समय संपूर्ण सावधानी से सम्मानपूर्वक धीरे-धीरे उतारा जाना चाहिए. ध्वज पर किसी भी प्रकार का अक्षर या चिन्ह ना लगाये. ध्वज जमीन से पर्याप्त उंचाई पर फहराएं, राष्ट्रध्वज फटा हुआ, अस्वच्छ या सिलबटों वाला नहीं रहना चाहिए.