अमरावती

अन्न व एवं औषधी प्रशासन ने चटपटे व्यंजनों की दुकानों को नोटिस थमाया

खाद पदार्थ की गुणवत्ता की जांच करे

अमरावती/दि. 10 – 7 जून से अमरावती शहर में पाबंदियों में थोडी छूट दी गई है.जिससे शहर की सभी दुकानें खुल गई है. इनमें चटपटे व व्यंजनों की चाट दुकानें भी शामिल है.लेकिन ये व्यंजन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी साबित हो सकते है. अन्न व एवं औषधी प्रशासन ने खाद पदार्थ बनानेवाले लगभग 30 प्रतिष्ठानों को नोटिस थमाया है.
लॉकडाउन खुलते ही एफडीए ने पहले दिन यह कदम उठाए है. शहर के चित्रा चौक, नवाथे चौक, राजकमल चौक, साइंस्कोर मैदान, राहुल नगर चौक, दस्तुरनगर चौक तथा बडनेरा के जयस्तंभ चौक पर कई चटपटे व्यंजनों और चाट की दुकानें लगाई जाती है. इन व्यंजनों का स्वाद बेहतर होने से नागरिक और खासकर महिलाएं और बच्चों को लुभाते है, लेकिन चटपटे व्यंजन का शौक इस कोरोना काल में स्वास्थ्य हेतु घातक हो सकता है. अन्न व औषधी प्रशासन के अधिकारी डॉ. सुनील केदारे के मुताबिक ये पदार्थ स्वास्थ्य हेतु घातक तो नहीं हैं, लेकिन स्वास्थ्य को कमजोर करने में अहम भूमिका निभाते है. शहर में जितने भी खाद्य पदार्थ के प्रतिष्ठान है तथा जितनी टपरिया सड़क किनारे लगती है, वहां पर उपलब्ध पानी की जांच का जिम्मा मनपा स्वास्थ्य विभाग पर है. खाद्य पदार्थ के गुणवत्ता की जांच अन्न एवं औषधि प्रशासन करता है. इनमें गुणवत्ता की कमी नजर आने पर मालिको को नोटिस देकर जवाब-तलब कर सकरात्मक रवैया न दिखने पर कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई होती है.

नियमित होती है जांच

शहर में मिलनेवाले सभी तरह के खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता की जांच नियमित की जाती है. साथ ही जहां पर संदेह होता है. उन्हें नोटिस देकर सुधार करने को कहा जाता है. कार्रवाई भी होती है लेकिन त्वरीत तौर पर किसी भी संस्थान को सील नहीं किया जाता.
– सुनील घाडगे,
अन्न एवं औषधि प्रशासन अधिकारी

पानी की जांच करती है मनपा

खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता को परखने की जिम्मेदारी मनपा की नहीं है. लेकिन शहर में जितनी भी चाट की दुकानें है, टपरियां या होटल्स है, उन सभी में उपलब्ध पानी की जांच की जाती है.
– विशाल काले,
स्वास्थ्य अधिकारी, मनपा

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