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* प्राथमिक विद्यालय से जोडा जाएगा
* राज्य के अमरावती में पहला प्रयोग
अमरावती/दि.21-आंगनवाडी व प्राथमिक शाला यह दोनों भले ही शिक्षा काा केंद्र है, फिरभी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार पहली बार आंगनवाडी प्राथमिक स्कूल से इसे जोडा जा रहा है. उल्लेखनीय है कि, आंगनवाडी के छात्रों के अध्ययन का स्तरीकरण करने का प्रयोग राज्य में पहलीबार अमरावती में हो रहा है.
जिला परिषद की सीईओ संजिता महापात्र ने निपुण योेजना के अंतर्गत संकल्पपूर्ति अभियान उपक्रम तैयार कर उनके नेतृत्व में शिक्षा विभाग पहलीबार आंगनवाडी से आठवीं कक्षा के छात्रों के अध्ययन निश्चिती का प्रयोग चलाएगा. तीन से 6 आयुगट के छात्रों का सर्वांगीण विकास होने के लिए आंगनवाडी के माध्यम से शिक्षा दी जाती है. महिला व बालविकास विभाग द्वारा आंगनवाडी का नियंत्रण व पर्यवेक्षण किया जाता है. 6 से 14 आयुगट के छात्रों के सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग पर होती है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 नुसार पूर्व प्राथमिक शिक्षा शालेय विभाग से संलग्नित की जाने से आंगनवाडी को नजदीकी प्राथमिक शाला से जोडा जा रहा है. इस बदलाव से निपुण भारत उपक्रम की पूर्तता के लिए आंगनवाडी सेविकाओं को प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी डाएट को सौंपी गई है.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अंतर्गत निपुण भारत कार्यक्रम नियोजित किया है. इसके अंतर्गत 3 से 9 आयुगट के छात्रों को भाषा व गणित विषय की क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य दिया है.
* 139 केंद्रों का चयन
फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में जिला परिषद अंतर्गत 139 केंद्रों में नमुना चयन पद्धति से स्कूलों व आंगनवाडी केंद्रों का चयन किया जाएगा. तथा केंद्र प्रमुख, विषय साधनव्यक्ति व अन्य पर्यवेक्षीय यंत्रणा द्वारा आंगनवाडी व स्कूल के 3 से 14 आयुगट के विद्यार्थियों की निपुण लक्ष्य अध्ययन स्तर जांच की जाएगी.
छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षा मिलें, इसके लिए जिला परिषद द्वारा निरंतर प्रयास किए जाते है. उन प्रयासों के एक हिस्से के रूप में निपुण भारत उपक्रम के अंतर्गत संकल्पपूर्ति अभियान निपुण लक्ष्य जांच कार्यक्रम, यह प्रायोगिक तत्वपर अध्ययन स्तरनिश्चिती का उपक्रम चलाया जा रहा है.
-संजिता महापात्र, सीईओ,
जिला परिषद, अमरावती