अमरावती

गर्दन की व्हटीबरोप्लास्टी शल्य क्रिया ‘रिम्स’ में पहली बार

डॉ. नितिन जयस्वाल और उनकी टीम का सफल प्रयास

अमरावती/प्रतिनिधि दि.30 – नागपुर के बाद विदर्भ में सर्वाधिक अपडेट व आधुनिक वैद्यकीय सुसज्जित और सुविधाओं से लैस है शहर का रेनबो इंस्ट्यूट ऑफ मेडिकल सायंस (रिम्स) यहां पहली बार गर्दन की कठिन और जटिल समझी जाने वाली शल्य क्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया. डॉ. जयस्वाल तथा उनकी टीम ने यह शल्यक्रिया सफलतापूर्वक की. जिसमें डॉ. जयस्वाल तथा उनकी टीम का रिम्स के संचालक डॉ. श्याम राठी ने सरहाना कर अभिनदंन किया.
जानकारी के अनुसार 75 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला मरीज कुछ दिनों पूर्व अपने घर में गिर गई थी. जिसमें उसका उठना-बैठना मुश्किल हो गया था. पिछले एक महीने से यह महिला दर्द सह रही थी. उस महिला को हाय बीपी और शुगर की भी शिकायत थी. उक्त महिला ने डॉ. नितिन जयस्वाल से वैद्यकीय जांच करवायी थी. जिसमें उन्हें व्हटीबरोप्लास्टी शल्क क्रिया के बारे में जानकारी दी. इस शल्य क्रिया में गर्दन की हड्डियों में सिमेंट भर कर दर्द से मुक्ति मिलती है. इस शल्य क्रिया में मरीज को सुन्न नहीं किया जाता है. सुन्न करने से मरीज की परेशानी बढने की संभावना रहती है. इसलिए इस शल्य क्रिया को कठिन और जटिल कहा जाता है.
ऐसे में उक्त महिला मरीज को विश्वास में लेकर यह सफल शल्यक्रिया को डॉ. जयस्वाल और उनकी टीम ने अंजाम दिया. शहर में यह शल्यक्रिया पहली बार की गई और सफल भी रही. जिस मरीज से उठना-बैठना तक नहीं हो रहा था शल्यक्रिया के पश्चात उक्त महिला पांच घंटों में ही वॉकर की सहायता से चलने लगी. इतना ही नहीं तो उस महिला मरीज को दर्द से भी छूटकारा मिला. शल्यक्रिया की शानदार सफलता पर रिम्स के संचालक और राष्ट्रीय स्तर के अस्थी रोग विशेषज्ञ डॉ. श्याम राठी तथा अस्पताल प्रबंधन समिति ने डॉ. जयस्वाल व उनकी टीम का अभिनंदन किया.

  • ‘रिम्स’ में उपलब्ध है बेहतरीन सुविधाएं

नागपुर के बाद विदर्भ में सबसे बेहतर व आधुनिक तथा बेहतरीन सुविधाओं से लैस है शहर का रिम्स अस्पताल. यहां पर आधुनिक ऑपरेशन थियेटर से लेकर तो सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध है. यहां शहर के सुविख्यात विशेषज्ञ डॉक्टरों व्दारा सेवाएं दी जा रही है. अस्पताल की सेवाओं को लेकर लगातार मरीजों में विश्वास बढता जा रहा है. यहां उपलब्ध आधुनिक सुविधाओं के कारण बडे-बडे शहरों मे होने वाले ऑपरेशन भी अब यहां होने लगे है. शहरवासियों के साथ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले मरीजों की भी मुश्किलें इस आधुनिक अस्पताल के चलते काफी आसान हुई है.

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