इस मानसून में पहली बार अपर वर्धा बांध के तीन गेट खोले गए
10 सेंटीमीटर गेट खुले रख वर्धा नदी में छोडा जा रहा पानी
* रविवार दोपहर से बगाजी सागर बांध के भी 5 गेट खुले रख जारी है नदी में पानी छोडना
* नदी के तट पर स्थित ग्रामवासियों को सतर्कता की चेतावनी
* आज सुबह से मौसम साफ रहने के कारण किसानों सहित नागरिकों को राहत
अमरावती/दि. 5 – जिले के सबसे बडे मोर्शी के अपर वर्धा बांध के पाणलोट क्षेत्र में बारिश के कारण बांध का जलस्तर लगातार बढता रहने से और पानी की आवक लगातार जारी रहने से आज सोमवार 5 अगस्त दोपहर 12 बजे इस बांध के 13 में से 3 दरवाजे 10 सेंटीमीटर तक खुले रख 37 क्यूमेक प्रति सेकंड की रफ्तार से वर्धा नदी में पानी छोडा जा रहा है. साथ रविवार को मूसलाधार बारिश रहने से अमरावती-वर्धा की सीमा पर स्थित धनोडी के निम्न वर्धा (बगाजी सागर) बांध के 5 गेट 30 सेंटीमीटर तक खुले रख वर्धा नदी में पानी छोडा जा रहा है. दो बांधो से वर्धा नदी में पानी छोडे जाने से प्रशासन ने नदी के तट पर स्थित ग्रामवासियों को सतर्कता की चेतावनी दी है.
अमरावती जिले में अपर वर्धा प्रकल्प सबसे बडा है. इसके अलावा 7 मध्यम 48 लघुसिंचन प्रकल्प है. जिले के नागरिकों की प्यास इन बांधो में संग्रहित होनेवाले मानसून के पानी से बुझाई जाती है. जून माह के बाद जुलाई माह में शत-प्रतिशत से अधिक बारिश होने के कारण बांधो के जलस्तर तेजी से बढे है. 36 प्रतिशत पर रहे सिंचन प्रकल्प 64 प्रतिशत पर पहुंच गए है. ऐसे में सबसे बडे बांध रहे अपर वर्धा में 341.04 दलघमी जल संग्रहित होने से इसका प्रतिशत 78.27 फीसद हो गया है. इस कारण आज दोपहर 12 बजे से इस बांध के 3 गेट 10 सेंटीमीटर तक खुले कर 47 क्यूमेक प्रति सेकंड की रफ्तार से पानी वर्धा नदी में छोडा जा रहा है. इस बांध में पानी की होती आवक को देखते हुए पहले 20 सेंटीमीटर तक गेट खोले जाने की संभावना थी. लेकिन आज सुबह से मौसम साफ रहने और धूप निकल आने से बांध के दरवाजे 10 सेंटीमीटर तक ही खोले गए है. इस वर्ष मानसून में पहली बार अपर वर्धा बांध के गेट खोलकर वर्धा नदी में पानी छोडा जा रहा है. इसी तरह अमरावती-वर्धा की सीमा पर स्थित निम्न वर्धा प्रकल्प में भी जलस्तर लगातार बढता रहने से पिछले 10-15 दिनों से 3 गेट खुले रखे गए थे. लेकिन आवक लगातार जारी रहने से और बांध का जलस्तर फिलहाल 55.31 फीसद रहने से रविवार को दोपहर 12 बजे से 5 गेट 30 सेंटीमीटर तक खुले रख 125.32 क्यूमेक प्रति सेकंड की रफ्तार से वर्धा नदी में पानी छोडा जा रहा है. दो बांधो से वर्धा नदी में पानी छोडे जाने से नदी किनारे स्थित ग्रामवासियों को प्रशासन ने सतर्कता की चेतावनी दी है. इसी तरह चांदुर बाजार तहसील पूर्णा प्रकल्प से भी 2 गेट खुले रख पूर्णा नदी में पानी छोडा जा रहा है.
* एमपी की जाम नदी व मालू नदी उफान पर
अपर वर्धा बांध के पाणलोट क्षेत्र में बारिश हो रही है. मध्य प्रदेश से बहनेवाली जाम नदी और मालू नदी भी उफान पर रहने से अपर वर्धा बांध में पानी की आवक लगातार जारी है और जलस्तर बढता जा रहा है. इस कारण आज पहली बार पहले श्रावण सोमवार को बांध के 3 दरवाजे खोलकर वर्धा नदी में पानी छोडा जा रहा है. इसके अलावा जिले के 7 मध्यम प्रकल्पो में 48 फीसद जल संचयित रहा तो भी 48 सिंचन प्रकल्पो में 53 प्रतिशत जल संग्रहित है. मानसून के और दो माह शेष रहने से सभी प्रकल्प लबालब होने का अनुमान दर्शाया जा रहा है. बढते जलसिंचन के कारण नागरिकों ने राहत की सांस ली है. वहीं आज मौसम साफ रहने और धूप निकलने से सभी ने राहत की सांस ली है.