मोर्शी-वरुड-पुसला के अधूरे मार्ग के निर्माण को वन विभाग की मंजूरी
प्रधान मुख्य वनसंरक्षक नागपुर के आदेश
* विधायक उमेश यावलकर के प्रयासो को सफलता
वरुड /दि.25– अमरावती जिले के वरुड तहसील में आनेवाले नांदगांव पेठ-मोर्शी-वरुड-पांढुर्णा के वनक्षेत्र से जानेवाले मार्ग का अस्तित्व में रहे चौडाईकरण में दुरुस्ती करने को वन विभाग से मंजूरी मिलनेबाबत विधायक उमेश यावलकर ने केंद्रीय सडक व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के पास प्रयास किया. इसे वन विभाग की मंजूरी मिल गई है और प्रधान मुख्य वनसंरक्षक के आदेश भी जारी हो गए है.
यह मार्ग पिछले 8 साल से दयनीय अवस्था में था और निर्माणकार्य ठप था. इस कारण इस मार्ग पर अनेक दुर्घटना भी घटित हुई है और अनेक लोगों की मृत्यु भी हुई है. नागरिकों द्वारा अनेक बार इस मार्ग का निर्माणकार्य पूर्ण करने के लिए संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन भी दिए गए. साथ ही अनेक आंदोलन भी किए गए. इस प्रश्न को गंभीरता से लेते हुए विधायक उमेश यावलकर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर यह बात प्रकाश में ला दी. तब उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल आदेश देकर उपाययोजना करने सूचित किया. 23 दिसंबर को प्रधान मुख्य वनसंरक्षक नागपुर के कार्यालय का पत्र कार्यकारी अभियंता राष्ट्रीय महामार्ग को प्राप्त हुआ. साथ ही 24 दिसंबर को मुख्य वनसंरक्षक प्रादेशिक के पत्र के मुताबिक महेंद्री संवर्धन आरक्षित क्षेत्र से जानेवाले 4.55 किलोमीटर मार्ग के दुरुस्ती व मजबूतीकरण करने बाबत एनओसी प्राप्त हो गई है. साथ ही मोर्शी से वरुड मार्ग के दौरान रही आरक्षित जमीन के मार्ग की दुरुस्ती करनेबाबत एनओसी दिए जाने अब जल्द मार्ग के निर्माण की शुरुआत होगी. इस कारण परिसर के नागरिकों ने समाधान व्यक्त करते हुए विधायक उमेश यावलकर का आभार माना.