अमरावतीमहाराष्ट्र

बुरा भुलना यह इंसानी स्मृती का हिस्सा- एड. दीपक श्रीमाली

अमरावती जिला वकील संघ व्दारा रोजेस इन दिसंबर व्याख्यान माला का सफल आयोजन

अमरावती/दि.26– विश्व में सभी प्राणी मात्र है. सिर्फ मनुष्य इस जीव को परमेश्वर ने स्मृती दी है. इस स्मृती का इस्तेमाल इंसान ने बुरे बातों के अनुभव क भुलने के लिए किया तो वह जीवन अधिक आनंदित जीवन जी सकते है. बुरी बातों को भुलना ही यह अपने जीवन का सही अर्थ है. इस तरह के विचार एड. दीपक श्रीमाली ने व्यक्त किए. वे अमरावती जिला वकील संघ व्दारा आयोजित किए गए रोजेस इन दिसंबर इस व्याख्यान माला के व्दितीय चरण में बोल रहे थे.
इंसान को परमेश्वर ने प्राकृतिक स्मरण शक्ति दी है. इस मुख्य बल पर आज इंसानी विकास होते हुए हम देख रहे हैें.मगर उसके साथ ही इस स्मृती के कारण इंसान दुख का भी जतन करता नजर आ रहा है. दुख विनाश की ओर ले जाने वाला होता है. दुख अधिक समय मन में नहीं रखना यह प्रकृति का नियम भी है. स्मृती में बुरी याद यह हमेशा बाहर निकालना चाहिए. जिससे ही हम आगे जाते है. जो-जो अच्छे है. उसे स्वीकार कर हम आगे बढना चाहिए. अपने 42 वर्ष के प्रदीर्घ वकालत सेवा में बहुत से अनुभव एड. श्रीमाली न उपस्थितों को बताए. उन्होंने आगे बताया कि वकालत क्षेत्र यह बहुत ही अभ्यास व मेहनत का क्षेत्र है. अभ्यास व मेहनत करने के सीवा वकीलों को कुछ नहीं मिल सकता है. इसके लिए वकीलों को कठिन अभ्यास करना अपेक्षित है. वकील अपने काम के प्रति हमेशा प्रामाणिक रहें. इस क्षेत्र में अनुभवी लोग हमेशा आपको ज्ञान की शिदोरी देते रहते है. बाहर के दोस्त भी बनाने से अपने वकीली क्षेत्र में पराजय नहीं मिलती. जुनियर वकील मनपूर्वक अपनी सेवा दें. किसी को भी कभी झुठी बातों का आश्वासन न देने का आवाहन भी श्रीमाली ने किया. अच्छे काम से ही पैसा आपकी ओर भागते हुए आने की बात भी उन्होंने कही. वही कहा कि कुछ लोगों को वकीलों के बारे में कई बार गलतफहमी होती है. वकीलों की मेहनत व अभ्यास की जानकारी उन लोगों को नहीं होने से यह गलतफहमी होती है. जीवन में जो कुछ पिछला घट गया है. उसे भुलाकर जीवन का आनंद हमेशा लेना चाहिए. गुलाब फुल जिस तरह से आनंद देता है. उसी तरह आनंद हमें भी देते आना चाहिए. श्रीमाली ने अमरावती वकील संघ के उल्लेखनीय कार्यो की भी तारीफ करते हुए इस परंपरा को आगे बढाने का आवाहन किया.
वकील संघ के अध्यक्ष एड. विश्वास काले ने अपने अध्यक्षीय भाषण में एड. दीपक श्रीमाली के विषय में बोलते हुए काले कोट में संवेदनशील मन के पितृतुल्य इंसान के रुप में उनका वर्णन किया. कार्यक्रम का प्रास्ताविक वकील संघ कार्यकारिणी सदस्य एड. सुरज जामटे ने किया व एड. सारीका ठाकरे ने आभार माना. संचालन एड. तेजस्विनी पाटील ने किया. मंच पर वकील संघ उपाध्यक्ष एड. एन.डी.राऊत, सचिव एड.चंद्रसेन गुलसुंदरे, ग्रंथालय सचिव वशीम शेख सहित कार्यकारीणी सदस्य मौजूद थे. यह जानकारी वकील संघ के मीडिया प्रभारी एड. डॉ. रवी खडसे ने एक विज्ञप्ति व्दारा दी.

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