स्वच्छ महाराष्ट्र अभियान में त्रिस्तरीय समितियों का गठन
घनकचरा व जलनिकासी व्यवस्थापन की त्रुटियों को करेंगी उजागर
अमरावती/दि.10 – स्वच्छ महाराष्ट्र अभियान 2.0 अंतर्गत घनकचरा व गंदे जल की निकासी के व्यवस्थापन में रहने वाली त्रुटियों को कम करने के साथ ही विभिन्न महकमों में आपसी समन्वय बनाए रखने हेतु राज्य, जिला व महानगरपालिका ऐसे तीन स्तरों पर समितियां गठित की जाएगी. इससे संबंधित आदेश नगरविकास विभाग ने विगत 3 मार्च को जारी किए है.
राज्य के नागरी व ग्रामीण स्थानीय स्वायत्त निकायों में घनकचरा व गंदे जल के व्यवस्थापन पर विशेष ध्यान दिया जाता है. 15 वें वित्त आयोग सहित राज्य व केंद्र सरकार द्बारा इसके लिए बडे पैमाने पर निधि उपलब्ध कराई जाती है. परंतु कई स्थानों पर इसमें त्रुटियां पायी जाती है. साथ ही कई प्रकल्पों में बार-बार तकनीकी व प्रशासकीय मान्यता के लिए झगडना पडता है. इसके मद्देनजर कचरा व्यवस्थापन के काम में रहने वाली त्रुटियों को दूर करने के लिए ग्राम विकास विभाग के अप्पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति गठित की गई है. वहीं जिलाधीश की अध्यक्षता में 9 सदस्यीय जिला समिति का गठन किया जाएगा. जिसमें संबंधित जिप के सीईओ, नगर परिषद व नगर पंचायत के मुख्याधिकारी, जिला शल्यचिकित्सक, एमआईडी के प्रादेशिक अधिकारी, एमपीसीबी के जिला प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी, जिला भूजल सर्वेक्षण अधिकारी सदस्य के तौर पर तथा संबंधित जिले के नगर परिषद प्रशासन अधिकारी को सदस्य सचिव के तौर पर शामिल किया जाएगा.
* मनपा में आयुक्त के अध्यक्षता वाली समिति
इसके साथ ही महानगरपालिका के स्तर पर मनपा आयुक्त की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय समिति का गठन होगा. जिसमें मनपा के वैद्यकीय अधिकारी, एमआईडीसी के प्रादेशिक अधिकारी, एमपीसीबी के जिला प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी व जिला भूजल सर्वेक्षण अधिकारी सदस्य रहेंगे. वहीं घनकचरा व्यवस्थापन विभाग के उपायुक्त इस समिति में सदस्य सचिव के तौर पर शामिल किए जाएंगे.