अमरावती/दि.3– दंगा भडकाने सहित अन्य कई गंभीर अपराधिक मामले दर्ज रहने के चलते यूथ मुस्लिम लीग के प्रदेशाध्यक्ष तथा मनपा के पूर्व पार्षद इमरान अशरफी मो. याकुब (40, हबीब नगर) को गत रोज दो वर्ष के लिए अमरावती शहर व जिले से तडीपार कर दिया गया है. जिसके तहत नागपुरी गेट पुलिस थाने का पथक गत रोज ही पूर्व पार्षद इमरान अशरफी को अकोला ले जाकर छोड आया.
जानकारी के मुताबिक शहर पुलिस उपायुक्त एम. एम. मकानदार ने विगत 31 जनवरी को ही पूर्व पार्षद इमरान अशरफी की तडीपारी से संबंधित आदेश पारित किये थे. जिसके बाद आदेश पर तामील करते हुए नागपुरी गेट पुलिस स्टेशन के थानेदार पुंडलीक मेश्राम के नेतृत्व में पुलिस पथक ने पूर्व पार्षद इमरान अशरफी को जिलाबदर करते हुए उन्हें अकोला ले जाकर छोडा. जहां पर इमरान अशरफी को अगले दो साल तक रहना होगा और नियमित रूप से वहां के पुलिस स्टेशन में हाजरी दर्ज कराते हुए अकोला में अपनी मौजूदगी दर्शानी होगी.
* अलीम पटेल की भी तडीपारी का प्रस्ताव
– पटेल को संभागीय आयुक्त से मिली राहत
इसके साथ ही जय संविधान संगठन के मुखिया अलीम पटेल को भी शहर सहित जिले से तडीपार करने के प्रस्ताव को शहर पुलिस द्वारा मंजुरी दी गई है. जिसके बाद गाडगेनगर पुलिस द्वारा अलीम पटेल को वाशिम जिले के कारंजा लाड ले जाकर छोडा गया था. पश्चात अलीम पटेल ने इसे लेकर संभागीय आयुक्त के समक्ष गुहार लगायी. जिस पर उन्हें तत्कालीक स्टे ऑर्डर प्राप्त हो गया और अब संभागीय आयुक्त के समक्ष आगामी सुनवाई 9 मार्च को होनी है. ऐसे में अलीम पटेल को करीब एक माह के लिए काफी बडी राहत मिल गई है. हालांकि इस संदर्भ में गाडगेनगर पुलिस स्टेशन के थानेदार आसाराम चोरमले ने बताया कि, अलीम पटेल को संभागीय आयुक्त द्वारा कुछ नियमों व शर्तों के अधीन रहते हुए यह राहत दी गई है. जिसका अलीम पटेल को पालन करना होगा.
* हमें चुनाव से दूर रखने के लिए राजनीतिक षडयंत्र
इस पूरे मामले को लेकर दैनिक अमरावती मंडल के साथ बातचीत करते हुए पूर्व पार्षद इमरान अशरफी तथा अलीम पटेल ने कहा कि, आगामी मनपा चुनाव में एक दल विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए उन्हें चुनावी प्रकिया से दूर रखने का प्रयास किया जा रहा है और उनकी राजनीतिक बली चढाने के लिए ही उनके खिलाफ एक ही दिन के दौरान 3-3 संगीन मामले दर्ज किये गये. किंतु इस गलत कार्रवाई को कदापि बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और इसके खिलाफ कानूनी जंग लडी जायेगी.