पूर्व पालकमंत्री पोटे की कलेक्ट्रेट में समीक्षा बैठक
बाढ व बारिश सहित शहर व जिले की विभिन्न समस्याओं का लिया जायजा
* जिला व मनपा सहित विभिन्न महकमों को दिये जरूरी निर्देश
अमरावती/दि.21– पूर्व जिला पालकमंत्री तथा विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील ने आज अकस्मात ही जिलाधीश कार्यालय पहुंचकर जिलाधीश पवनीत कौर सहित विभिन्न महकमों के आला अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने विभिन्न समस्याओं और मसलों को लेकर विचार-विमर्श करते हुए प्रशासन को आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये.
इस बैठक में पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने विगत दो सप्ताह के दौरान जिले में बाढ व बारिश की वजह से बडे पैमाने पर हुए नुकसान के साथ ही वर्षाजनित हादसों में हुई मौतों पर अपनी चिंता जताते हुए प्रभावित परिवारों को बीमा लाभ व मुआवजे की राशि जल्द से जल्द प्रदान किये जाने को लेकर प्रशासन को निर्देश दिये. साथ ही फसल कर्ज वितरण की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए फसलों की बुआई हेतु खाद व बीज की उपलब्धता को लेकर भी जरूरी निर्देश जारी किये. इसके अलावा अमरावती शहर में मजीप्रा द्वारा की जाती जलापूर्ति के साथ ही ग्रामीण जलापूर्ति योजना से संबंधित कामों की समीक्षा करते हुए पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे ने अप्परवर्धा बांध से अमरावती तक जलापूर्ति करने हेतु 30 वर्ष पहले डाली गई भूमिगत पाईपलाईन की पुरानी हो जाने और इस पाईपलाईन में बार-बार लिकेज होने की ओर प्रशासन का ध्यान दिलाते हुए कहा कि, इस पाईपलाईन को तुरंत प्रभाव से बदले जाने की सख्त जरूरत है. अत: 1 हजार करोड की लागतवाले इस काम का प्रस्ताव सरकार को जल्द से जल्द भेजा जाना चाहिए. इसके साथ ही महावितरण के कई प्रलंबित कामों को प्रशासन के सामने रखते हुए पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे ने कहा कि, बीते दिनोें महावितरण के पास बिजली मीटरों की किल्लत हो गई थी. ऐसे में कई लोगों को विद्युत कनेक्शन मिलने की प्रतीक्षा करनी पड रही है. इस समस्या को जल्द से जल्द दूर किया जाना चाहिए. इसी तरह उनके मंत्रित्व काल में शुरू की गई पालकमंत्री पगडंडी योजना की अब क्या स्थिति है, इसकी भी समीक्षा की जानी चाहिए और सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के प्रलंबित कामों को जल्द से जल्द गतिमान किया जाना चाहिए. जिसके लिए केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी द्वारा बडे पैमाने पर निधी भी उपलब्ध कराई गई है. इस समय मनपा क्षेत्र सहित जिले के तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश की वजह से हुए जलजमाव और जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर के चलते डेंग्यू जैसी महामारी के फैलने का खतरा जताते हुए पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने डेंग्यू व मलेरिया जैसी बीमारियों के नियंत्रण हेतु आवश्यक कदम उठाये जाने की जरूरत भी प्रतिपादित की.
* शहर के सौंदर्यीकरण के साथ समझौता बर्दाश्त नहीं
इस समय पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने यह भी कहा कि, उन्होंने जिला पालकमंत्री रहते समय शहर के सौंदर्यीकरण हेतु कई कार्य शुरू करवाये थे. जिसके तहत शहर के प्रमुख मार्गों पर रोड डिवाईडर बनाने के साथ-साथ आकर्षक स्ट्रीट लाईट भी लगाये गये थे, ताकि शहर सुंदर दिखाई दे. लेेकिन कालांतर में पाया गया कि, कई स्ट्रीट लाईट पोल के उपर से केबल वायर के गुच्छे डाले गये है. साथ ही पोल पर विज्ञापन के होर्डिंग लटका दिये गये है. इसके अलावा सडकों के किनारे बनाये गये फूटपॉथ पर अतिक्रमण कर लिया गया है. इन सब की वजह से शहर का सौंदर्यीकरण प्रभावित हो रहा है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, शहर के सौंदर्यीकरण को बनाये रखने के लिए इस तरह की तमाम हरकतों पर अंकुश लगाया जाये और समय रहते ऐसे मामलों में कार्रवाई की जाये. पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे ने यह भी कहा कि, शहर के सौंदर्यीकरण के साथ किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.