अमरावती

उर्दू शालाओं की बदहाली पर संतप्त हुए पूर्व मंत्री देशमुख

बोले - गधेघाट जैसी स्कूलों में पढना काले पानी के जैसा

* मनपा के शिक्षा विभाग को जमकर लिया आडे हाथ
अमरावती/दि.13 – विगत कुछ दिनों से लालखडी स्थित उर्दू उच्च प्राथमिक शाला क्रमांक 12 की बदहाली को लेकर खबरे सामने आ रही है. जिनसे अवगत होने के बाद पूर्व जिला पालकमंत्री व कांग्रेस नेता डॉ. सुनील देशमुख ने गत रोज पूर्व महापौर विलास इंगोले व मिलिंद चिमोटे तथा कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत को साथ लेकर लालखडी स्थित मनपा शाला का दौरा व मुआयना किया और अपनी आंखों से इस स्कूल की बदहाली देखकर पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख बेहद संतप्त भी हुए. उन्होंने कहा कि, इससे बेहतर स्थिति तो जानवरों को रखे जाने वाले कांजी हाउस यानि गधेघाट में रहती है और ऐसी बदहाल व बदतर स्कूल में पढना एक तरह से विद्यार्थियों को काले पानी की सजा में भेजने की तरह है.
इस समय पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख मनपा प्रशासन और मनपा के शिक्षा विभाग को भी जमकर आडे हाथ लेते हुए कहा कि, नवनिहालों की पढाई-लिखाई पर ध्यान देने की बजाय मनपा प्रशासन द्बारा टेंडर-टेंडर खेला जा रहा है और टेंडर के खुलने पर इसका विवाद कोर्ट में चला जाता है. एक ओर तो मनपा शालाओं को डिजिटल क्लास रुम व डिजिटल बोर्ड का सपना दिखाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मनपा शालाओं में क्लास रुम व ब्लैक बोर्ड तक ढंग के नहीं है. क्लास रुम की दीवारें व फर्श सहित छत टूटी हुई है और ब्लैक बोर्ड तक टूटे-फूटे पडे हुए है. इस समय एक टूटे हुए ब्लैक बोर्ड पर पूर्व विधायक देशमुख ने अपने ‘मन की बात’ लिखते हुए मनपा शालाओं की बदहाली को बयान किया. साथ ही उन्होंने बेहद संतप्त होते हुए कहा कि, जो लोग अब तक मनपा की सत्ता में थे, वे इस बदहाली के लिए जिम्मेदार है. एक ओर तो मनपा के अधिकारियों और सत्ताधारी दल के पदाधिकारियों द्बारा अपने-अपने कैबिन की साज-सज्जा पर करोडों रुपए का खर्च किया गया. लेकिन मनपा की शालाओं में बच्चों के बैठने के लिए ढंग की सुविधा भी नहीं है. ऐसे में वे इसे लेकर बिल्कुल भी चूप नहीं रहेंगे. बल्कि एक-एक पर मनपा के सत्ताधारियों व प्रशासनिक अधिकारियों के पापों को उजागर किया जाएगा.
इस समय पूर्व विधायक देशमुख के साथ गुड्डू हमीद, अकील बाबू साहब, रिज्जू भाई, अब्दूल रफीक व रेहान पहलवान आदि उपस्थत थे.

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