28 को पूर्व विधायक बुंदिले दाखिल करेंगे नामांकन
दर्यापुर से युवा स्वाभिमान पार्टी ने बनाया प्रत्याशी
* नामांकन के समय विधायक रवि राणा भी रहेंगे उपस्थित
अमरावती/दि.26 – जिले में दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र महायुति के तहत शिंदे गुट वाली शिवसेना के हिस्से में छोडे जाने की वजह से भाजपा छोडकर युवा स्वाभिमान पार्टी में प्रवेश करने वाले क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक रमेश बुंदिले अब परसो सोमवार 28 अक्तूबर को दर्यापुर सीट से युवा स्वाभिमान पार्टी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल करने जा रहे है. बता चला है कि, पूर्व विधायक रमेश बुंदिले द्वारा नामांकन दाखिल किये जाते समय युवा स्वाभिमान पार्टी के मुखिया व विधायक रवि राणा भी उनके साथ उपस्थित रहेंगे.
बता दें कि, महायुति के तहत दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र को भाजपा के कोटे में रखे जाने की मांग क्षेत्र के भाजपा पदाधिकारियों द्वारा की जा रही थी. लेकिन महायुति के तहत यह सीट शिंदे गुट वाली शिवसेना के हिस्से में छोडी गई और शिंदे गुट द्वारा यहां से पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल को प्रत्याशी घोषित किया गया. जिसे लेकर अपनी नाराजगी जताते हुए क्षेत्र के भाजपा नेता व पूर्व विधायक रमेश बुंदिले ने भाजपा से बाहर निकलते हुए युवा स्वाभिमान पार्टी में प्रवेश कर लिया. जिनका युवा स्वाभिमान पार्टी में स्वागत करते हुए पार्टी के अध्यक्ष व विधायक रवि राणा ने उन्हें दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से युवा स्वाभिमान पार्टी का प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा की.
विशेष उल्लेखनीय है कि, विधायक रवि राणा की युवा स्वाभिमान पार्टी भी भाजपा व शिंदे गुट सहित अजीत पवार गुट वाली राकांपा के साथ महायुति में शामिल है और दो दिन पूर्व ही भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा महायुति में शामिल घटक दलों हेतु साफ तौर पर नसीहत जारी की गई है कि, यदि किसी एक घटक दल के किसी प्रत्याशी द्वारा पार्टी के खिलाफ बगावत की जाती है, तो ऐसे व्यक्ति को किसी अन्य घटक दल द्वारा पनाह न दी जाये और उसे अपना प्रत्याशी तो बिल्कुल भी न बनाया जाये. लेकिन बावजूद इसके महायुति में शामिल युवा स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष व विधायक रवि राणा ने भाजपा छोडकर निकले पूर्व विधायक रमेश बुंदिले को अपनी पार्टी में शामिल किया. साथ ही अब वे पूर्व विधायक बुंदिले को अपनी पार्टी की टिकट पर दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी भी घोषित करने जा रहे है.
पूर्व विधायक रमेश बुंदिले की दावेदारी का समर्थन करते हुए विधायक रवि राणा ने पूर्व विधायक बुंदिले की जीत 1 हजार 1 परसेंट निश्चित रहने का दावा भी किया है. साथ ही कहा है कि, महायुति के तहत शिंदे गुट द्वारा दर्यापुर क्षेत्र में ‘बाहरी व्यक्ति’ को टिकट दिया गया है. ऐसे में क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा ‘स्थानीय भूमिपूत्र’ के तौर पर पूर्व विधायक बुंदिले की दावेदारी का समर्थन किया जाएगा.
* वर्ष 2014 में विधायक निर्वाचित हुए थे रमेश बुंदिले
बता दें कि, वर्ष 2014 में भाजपा व शिवसेना की युति विधानसभा चुनाव से पहले ही टूट गई थी और दोनों दलों ने अलग-अलग चुनाव लडा था. जिसके चलते जहां शिवसेना ने तत्कालीन विधायक अभिजीत अडसूल को दर्यापुर क्षेत्र से दोबारा प्रत्याशी बनाया था. वहीं भाजपा ने रमेश बुंदिले को प्रत्याशी बनाकर अडसूल के खिलाफ मैदान में उतारा था. उस चुनाव में रमेश बुंदिले ने तत्कालीन विधायक अभिजीत अडसूल को पराजीत कर विधायक बनने में सफलता प्राप्त की थी. वहीं वर्ष 2019 का विधानसभा चुनाव आते-आते भाजपा व शिवसेना की एक बार फिर चुनाव पूर्व युति हो गई. अब मौजूदा विधायक को ही टिकट वाले फॉम्यूले के आधार पर युति के तहत दर्यापुर सीट भाजपा के हिस्से में छूटी और भाजपा ने तत्कालीन विधायक बुंदिले को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा. लेकिन उस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रमेश बुंदिले को कांग्रेस प्रत्याशी बलवंत वानखडे के हाथों हार का सामना करना पडा. वहीं बलवंत वानखडे अब कांग्रेस की टिकट पर जिले के सांसद निर्वाचित हो चुके है तथा दर्यापुर क्षेत्र में कांग्रेस के पास कोई दमदार प्रत्याशी भी नहीं है, ऐसा दावा करते हुए भाजपा द्वारा इस बार दर्यापुर सीट को अपने कोटे में रखे जाने का आग्रह किया जा रहा था और पूर्व विधायक रमेश बुंदिले द्वारा इस सीट से चुनाव लडने की तैयारी भी की जा रही थी. परंतु महायुति के तहत यह सीट शिंदे गुट वाली शिवसेना के कोटे में छूटने के चलते बुंदिले की तमाम तैयारियां धरी की धरी रह गई और उन्होंने नाराज होकर पार्टी ही छोड दी.